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यूनिक समय, मथुरा। प्रेम ,सौंदर्य ,साहित्य,कला ,सौभाग्य,दाम्पत्य जीवन ,वैभव इम्युनिटी के कारक ग्रह शुक्र का गोचरीय परिवर्तन अपनी दूसरी राशि तुला से वृश्चिक राशि में होने जा रहा है। पं. अजय कुमार तैलंग ने बताया कि मार्ग शीर्ष कृष्ण पक्ष दशमी तिथि 10 दिसंबर 2020 दिन गुरुवार को रात में 06:30 बजे से पौरुष ,पराक्रम, सेना आदि के कारक ग्रह मंगल की राशि वृश्चिक में प्रवेश करेंगे। जहां पर पहले से ही केतु का गोचरीय संचरण हो रहा है।
शुक्र 3 जनवरी 2021 दिन रविवार को वृश्चिक राशि में रहेंगे। ज्योतिषाचार्य का कहना है कि शुक्र के इस राशि परिवर्तन से लोगों में घटेगी। देश मे अचानक खर्च में अधिकता, विवाद, तनाव बढ़ सकता है। भारत के पश्चिमी एवं उत्तरी क्षेत्रों पर ध्यान देना होगा। विशेष रूप से महिलाओं को सतर्क रहने की आवश्यकता है। क्योंकि 10 दिसंबर से 3 जनवरी 2021 तक शुक्र के पीड़ित होने के कारण महिलाओं से जुड़े अपराध बढ़ सकते हैं।
मेष :- धनागम में अवरोध के साथ सफलता, खर्च में वृद्धि, दाम्पत्य व साझेदारी में तनाव , यात्रा पर खर्च ,परिश्रम में अवरोध के साथ सफलता, अचानक धन लाभ
वृष :- मनोबल में अचानक कम, पेट एवं पेशाब की समस्या, अचानक शारीरिक कष्ट, आर्थिक लाभ सम्भव, वर्चस्व में वृद्धि,व्यसन से दूर रहे।
मिथुन :- संतान को लेकर कष्ट ,खराब स्वप्न ,अध्ययन अध्यापन में अरुचि ,आन्तरिक रोग एवं तनाव में वृद्धि,एलर्जी, व्यापारिक लाभ में वृद्धि ।
कर्क :- गृह एवं वाहन को लेकर तनाव या खर्च, व्यय में अधिकता, आंख की समस्या, माता को कष्ट, व्यापार में वृद्धि, रुका पैसा मिल सकता है,चरित्र पर ध्यान रखें।
सिंह :- राज्य लाभ में अवरोध के साथ सफलता, पराक्रम में कमी , भाई बहनों को कष्ट, संतान पक्ष से लाभ, अचानक लाभ, व्यापारिक लाभ बढ़ेगा, प्रेम संबंधों में वृद्धि।
कन्या :- पारिवारिक तनाव ,दांत की समस्या, वाणी पर संयम बरतें नही तो तनाव संभव ,आंतरिक डर, भाग्य का साथ अवरोध के साथ मिलेगा ।
तुला :- वाणी भाव पर गोचर, पारिवारिक खर्च में वृद्धि , पेट व पैर की समस्या , मनोबल में कमी ,मुंह में छाला ।
वृश्चिक :- दाम्पत्य में अचानक अवरोध या शरीरिक कष्ट या तनाव। साझेदारी से लाभ , मानसिक तनाव ,प्रेम संबंधों में वृद्धि परन्तु चरित्र पर ध्यान अवश्य रखें।
धनु :- खर्च में वृद्धि, यात्रा पर खर्च, आन्तरिक रोग, कर्ज एवं शत्रु परेशान कर सकते है सतर्क रहकर कार्य करें । व्यापारिक दृष्टि से खर्चीला, शत्रुओं पर विजय ।
मकर :- संतान के प्रति चिंता बढ़ेगी, आय के साधनों में वृद्धि, राजकीय कार्यो में अवरोध, परिश्रम में अवरोध , प्रेम संबंधों में तनाव , एलर्जी की भी समस्या हो सकती हैं।
कुम्भ :- भाग्य में वृद्धि, संतान के प्रति चिंता, भाग्य में अवरोध , माता के स्वास्थ्य के प्रति चिन्ता , गृह एवं वाहन पर खर्च, सुख के साधनों में कमी ।
मीन :- भाई या बहनो के स्वास्थ्य को लेकर चिन्ता , पेट व पैर की समस्या, पराक्रम में कमी, भाग्य में अवरोध एवं पिता को कष्ट सम्भव।
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