कोलकाता। पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीपर ताकत का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है। पार्टी ने इसके लिए वैक्सीन लगवाने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से दिए जा रहे सर्टिफिकेट्स का हवाला दिया है। इन प्रमाण पत्रों में पीएम मोदी का फोटो लगा हुआ है। पार्टी ने इसके खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई है। साथ ही मोदी पर फ्रंटलाइन कर्मियों का श्रेय छीनने के भी आरोप लगाए हैं।
चुनाव आयोग को दी गई शिकायत में टीएमसी ने वैक्सीन सर्टिफिकेट पर पीएम मोदी के फोटो पर आपत्ति जताई है। टीएमसी नेता डेरेक ओ ब्रायन ने आयोग को लिखे पत्र में मोदी की तस्वीर पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि सर्टिफिकेट पर अपना नाम रखवाकर पीएम न केवल अपनी ताकत और पद का गलत फायदा उठा रहे हैं, बल्कि चिकित्सा समुदाय से उनका श्रेय भी ले रहे हैं। इस समुदाय में अगनिनत लोगों की जान बचाने के लिए खुद को जोखिम में डालने वाले और वैक्सीन तैयार करने वाले हैं।
टीएमसी सांसद ने आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाया है। उन्होंने आयोग से मांग की है कि चुनाव के दौरान करदाताओं के पैसों से प्रचार कर रहे पीएम को रोकें। चुनाव आयोग ने बीती 26 फरवरी को पांचों राज्यों में मतदान की तारीखों का ऐलान कर दिया है। असम, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी में 27 मार्च से मतदान प्रक्रिया शुरू हो जाएगी, जो 29 अप्रैल तक चलेगी. मतगणना 2 मई को होगी।
सूत्र बताते हैं की पीएम मोदी के फोटो लगे सर्टिफिकेट लंबे समय से सर्कुलेट किए जा रहे हैं। कोविड-19 के खिलाफ वैक्सीन लेने वाले व्यक्ति को यह सर्टिफिकेट दिया जा रहा है। खास बात है कि देश में वैक्सीन प्रोग्राम का दूसरा चरण शुरू हो चुका है, जिसके तहत 60 साल की उम्र से ज्यादा और गंभीर बीमारियों से जूझ रहे 45 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को वैक्सीन दी जा रही है. ये सर्टिफिकेट पिछले चरणों में शामिल होने वाले लाभार्थियों को भी दिए जा चुके हैं।
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