
नई दिल्ली। देश की राजधानी में दिल्ली कोरोना वायरस के बेकाबू होने से आम जनता के साथ थोक से लेकर खुदरा बाजार के लोग भी दहशत में है, क्योंकि इस संक्रमण से कारोबारी और कर्मचारी बड़ी संख्या में संक्रमित हो रहे हैं। यही नहीं, कोरोना की वजह से अब तक कई कारोबारियों की जान भी चली गई है. इस बीच दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार के वीकेंड कर्फ्यू के बाद बाजार संगठनों ने 25 अप्रैल तक लॉकडाउन का ऐलान कर दिया है।
बता दें कि रविवार की शाम तक चांदनी चैक के मुख्य बाजार के अलावा इलेक्ट्रानिक्स मार्केट भागीरथ पैलेस, ज्वेलरी बाजार दरीबा कलां, स्टील हार्डवेयर मार्केट चावड़ी बाजार, कपड़ा मार्केट गांधी नगर और टैक्ट्रर पाट्रर्स मार्केट मोरी गेट ने बाजार बंद की घोषणा कर दी है. यही नहीं, मोरी गेट, तिलक बाजार, खारी बावली, दरीबाकलां और चावड़ी बाजार के कारोबारी संगठनों ने सोमवार से 21 अप्रैल तक (तीन दिन) के लिए बाजार बंद का ऐलान किया है. इसके अलावा चांदनी चैक सर्व व्यापार मंडल और गांधी नगर मार्केट के एक्सपोर्ट सरप्लस क्लाथ मर्चेंट एसोसिएशन ने 25 अप्रैल तक बाजार बंद रखने की घोषणा की है. जबकि भागीरथ पैलेस 20 से 25 अप्रैल तक बंद रहेगा।
दिल्ली में कोरोना बेकाबू
राजधानी दिल्ली में पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 25,462 नए मामले सामने आए हैं. वहीं 161 लोगों ने इस महामारी के चलते दम तोड़ दिया है। दिल्ली में पॉजिटिविटी रेट बढ़ कर 29.74ः पहुंच गया है। अब राजधानी में 74,941 एक्टिव मामले हो गए हैं. वहीं अब तक 7,66,398 लोग इस बीमारी को मात दे चुके हैं. बात की जाए कोरोना से हुई मौतों की तो 12,121 लोगों ने अभी तक दम तोड़ दिया है। इस बीच केजरीवाल सरकार की ओर से आदेश दिया गया है कि दिल्ली के सभी प्राइवेट अस्पताल और नर्सिंग होम जो कोविड का उपचार उपलब्ध करा रहे हैं। उनमें कुल बेड का 80 फीसदी कोविड के लिए आरक्षित कर दिए जाएं. इनमें 80 फीसदी आईसीयू बेड और 80 फीसदी ही वार्ड बेड शामिल हैं।
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