
मुकेश वर्मा
यूनिक समय, आगरा। जिले कें निबोहरा थाना क्षेत्र के ग्राम धारियाई में 130 फीट गहरे बोरवेल में तीन वर्षीय बालक शिवा के गिरने की खबर से हर किसी की सांस थम सी गई। बोरवेल के आसपास बड़ी संख्या में ग्रामीण एकत्रित हो गए। बालक को सकुशल निकालने के लिए मंदिरों में पूजा पाठ शुरु हो गई। आखिरकार दस घंटे की मशक्कत के बाद शिवा को बाहर निकाल लिया गया। फिर तो वंशी वाले की जय-जयकार से वातावरण गुंजायमान होने लगा।
बताया जाता है कि गांव धरियाई निवासी किसान छोटे लाल के घर के सामने खेंतों की सिंचाई के लिए सबसर्मिल खराब हो गई थी। पाइप लाइन निकालने के लिए बोरवेल को खुला छोड़ दिया था। सुबह सात बजे शिवा बोरबेल में गिर गया था। पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों के पहुंचने के बाद सेना भी पहुंच गई। 12 बजे बाद सेना ने अपना आपरेशन शुरू कर दिया। करीब दो सौ मीटर दूर से तीन जेसीबी खुदाई करने में लगी हैं। सेना ने नाइट विजन सीसीटीवी कैमरा फंसाकर बच्चे की एक्टिविटी मानीटर में देखी। उसको पानी और ग्लूकोस भी पिलाया। इस ऑपरेशन में काफी समय लगेगा। गाजियाबाद से एनडीआरएफ की टीम गांव में पहुंच गई। एनडीआरएफ की टीम ने अलग आपरेशन शुरू किया। एक विशेष तरह के जाल को एनडीआरएफ के जवानों ने बोरबेल में फंसाया। इसमें फंसकर बच्चे के ऊपर आने की उम्मीद हो गई। बच्चा अभी स्वस्थ है। बच्चे के पिता छोटेलाल ने माइक से उससे बात की। वह भी प्रतिक्रिया दे रहा है। बच्चे को पानी और बिस्कुट भी खाने के लिए एक पतले धागे से भेजे गए हैं। रेस्क्यू में लगे जवानों का कहना है कि बच्चा अभी पूरी तरह स्वस्थ है। एहतियान बोरबेल में आक्सीजन दी गई। सायं को शिवा को सकुशल बाहर निकाल लिया। फिर प्राथमिक उपचार के बाद उसको आगरा के एस एन हास्पीटल भेज दिया।
कब क्या-क्या हुआ
7.30 बजे-शिवा बोरवेल मे गिरा।
8.30 एसओ निबोहरा और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे।
8.35 बजे-बोरबेल मे रस्सी मे बांधकर टार्च डाली गई।
8.40 बजे-स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंच गई।
8.45 बजे-बोरबेल के अंदर से रोने की आवाज सुनाई दी।
9.30 बजे- बोरबेल में आक्सीजन का पाइप डाला गया।
10.45 बजे पर रस्सी में बांधकर छोटा वीडियो कैमरा चालू कर बोरवेल मे डाला गया। बच्चा मिट्टी को हटाते हुए दिखाई दिया।
11.30 बजे-50 इंडिपेंडेंट पैरा बिग्रेड मिलिट्री टीम पहुंची।
12.22 बजे-खोदाई का कार्य शुरू हो गया।
1.20 बजे बोरबेल में पाइप के द्वारा बच्चे को पानी दिया गया। बच्चे से स्वजन को उसका मूवमेंट दिखाकर बात कराई गई।
1.50 बजे एनडीआरएफ की टीम गाजियाबाद से पहुंच गई।
3.00 बजे- एनडीआरएफ की टीम ने बोरबेल में जाल डाला।
5.00 बजे- सेना और एन डी आर एफ टीम ने शिवा को सुरक्षित निकाल लिया।
Leave a Reply