फिरोजपुर। पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक मामले की जांच तेज हो गई है। शुक्रवार को केंद्र सरकार का तीन सदस्यीय पैनल पंजाब में घटनास्थल पर पहुंचा। यहां टीम ने फिरोजपुर—मोगा राजमार्ग पर जांच की। इसमें इंटेलिजेंस ब्यूरो आईबी के जॉइंट डायरेक्टर बलबीर सिंह, सिक्योरिटी सचिव सुधीर कुमार सक्सेना और स्प्रेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (SPG) के IG एस. सुरेश शामिल हैं। घटना की जांच के लिए ये टीम पूरी जानकारी जुटाएगी और रिपोर्ट तैयार कर केंद्र सरकार को सौंपेगी।
”
शुक्रवार को केंद्र सरकार का तीन सदस्यीय पैनल पंजाब में घटनास्थल पर पहुंचा। यहां टीम ने फिरोजपुर-मोगा राजमार्ग पर जांच की। इसमें इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) के जॉइंट डायरेक्टर बलबीर सिंह, सिक्योरिटी सचिव सुधीर कुमार सक्सेना और स्प्रेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (SPG) के IG एस. सुरेश शामिल हैं। घटना की जांच के लिए ये टीम पूरी जानकारी जुटाएगी और रिपोर्ट तैयार कर केंद्र सरकार को सौंपेगी।
बता दें कि 5 जनवरी को यहीं पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काफिला फ्लाईओवर पर 20 मिनट तक फंसा रहा था। इस घटनाक्रम से जुड़ा एक एक्सक्लूसिव वीडियो सामने आया है। इसमें साफ देखा जा रहा है कि पीएम की फ्लीट से चंद कदम दूर ही वाहनों का काफिला लगा है और लोगों की भीड़ भी देखी जा रही है। हाल ही में पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने दावा किया था कि पीएम की फ्लीट से एक किमी दूर प्रदर्शनकारी किसान सड़क पर बैठे थे। पुलिस ने पहले ही सूचना दे दी थी, इसलिए फ्लीट वहां तक नहीं पहुंच पाई थी।
इस मामले में आज सुप्रीम कोर्ट में भी सुनवाई चल रही है। चीफ जस्टिस की अगुवाई में तीन सदस्यीय बेंच मामले को सुन रही है। याचिका में दोषियों पर कार्रवाई की मांग की गई है। इसमें पीएम की सुरक्षा में लापरवाही बरते जाने पर कार्रवाई की मांग की गई है। याचिका में ये भी कहा गया है कि बठिंडा के जिला और सेशन जज के जरिए सारे सबूत इकट्ठा करवाकर इसकी जांच करवाई जाए। इसके अलावा, राज्य सरकार ने भी जांच करवाई है और रिपोर्ट गुरुवार शाम केंद्र सरकार को भेज दी है।
बताया जा रहा है कि पंजाब के मुख्य सचिव ने पीएम मोदी की सुरक्षा में चूक के कारणों का तथ्यों के साथ जवाब भेजा है। जांच टीम ने फिरोजपुर में पीएम सुरक्षा में लगे सीनियर अफसरों से बात करने के बाद ये रिपोर्ट तैयार की है। सूत्रों का कहना है कि रिपोर्ट में बताया गया कि पूरे पंजाब में पीएम के दौरे का विरोध हो रहा था। इसी को ध्यान में रखते हुए अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैयार किया गया था। बता दें कि 5 जनवरी को पंजाब में प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक के बाद गृह मंत्रालय ने पंजाब सरकार से जवाब मांगा था। पंजाब सरकार ने जांच कमेटी में सेवामुक्त जस्टिस मेहताब सिंह गिल और पंजाब के गृह सचिव अनुराग वर्मा को शामिल किया था। इस कमेटी को 3 दिन में रिपोर्ट देना था।
Leave a Reply