
यूनिक समय, नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में मंगलवार को हुए दर्दनाक हादसे में 7 लोगों की जान चली गई और 75 से अधिक श्रद्धालु घायल हो गए। यह हादसा बड़ौत में आयोजित जैन निर्वाण महोत्सव के दौरान हुआ जब कार्यक्रम के लिए बनाया गया मंच अचानक गिर गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, श्री दिगंबर जैन डिग्री कॉलेज के मैदान में आयोजित इस कार्यक्रम में 65 फीट ऊंचा मंच बनाया गया था। मंच की सीढ़ियां टूटने से भगदड़ मच गई और कई लोग मलबे में दब गए। स्थानीय लोगों के अनुसार, मंच की मजबूती को लेकर पहले से ही संदेह था और प्रशासन को इसकी ओर ध्यान देना चाहिए था। हादसे में मरने वालों में अधिकतर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। घायलों को तत्काल पास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जिनमें से कई की हालत गंभीर बताई जा रही है। घटनास्थल पर पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि इस हादसे के लिए प्रशासन की लापरवाही जिम्मेदार है। उन्होंने बताया कि आयोजन स्थल पर मिट्टी हाल ही में भरी गई थी और मंच की मजबूती को लेकर कोई उचित जांच नहीं की गई। इसके अलावा, मंच पर एक साथ बहुत से लोगों के चढ़ने से भी हादसा हुआ।
लोग इस हादसे के दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग कर रहे हैं। साथ ही, उन्होंने सरकार से मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने और घायलों के इलाज का खर्च उठाने की मांग की है। बागपत हादसा एक बड़ी लापरवाही का नतीजा है। इस हादसे ने एक बार फिर सुरक्षा मानकों के पालन की अहमियत को उजागर किया है। ऐसे आयोजनों के दौरान सुरक्षा सुनिश्चित करना प्रशासन की जिम्मेदारी होती है और इस मामले में प्रशासन पूरी तरह से विफल रहा है।
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