विशेष संवाददाता
यूनिक समय, मथुरा। मथुरा। बंदर.. बंदर.. हर किसी की जुवां पर बंदर। छत्ता बाजार और चौबिया पाड़ा समेत अन्य कई इलाकों में बंदरों की फौज के आतंक से आम जन मानस खौफजदां हो गया। बंदरों के आतंक को लेकर अब आंदोलन की शुरुआत हो चुकी है। मथुरा शहर के वाशिंदे ही नहीं बल्कि वृंदावन के लोग भी बंदरों से परेशान आ चुके हैं।
गौरतलब है कि बंदरों को लेकर बहुत से लोगों में हनुमान स्वरुप को लेकर आस्था है तो वह लोग इतने परेशान हैं, जिनके परिजन बंदरों के हमले से जान गंवा बैठे या उनके परिजन अस्पताल में भर्ती है। बंदरों की शैतान इस कदर बढ़ गई है कि वह हाथ से पर्स और थैला , आंखों से चश्मा, सिर से टोपी पलक झपकते ही उड़ा ले जाते हैं। कई इलाको में तो बच्चे बंदरों को देखकर घर से बाहर निकलते नहीं है। यदि बाहर किसी काम से निकलते हैं और सामने बंदर दिखाई पड़ जाए तो हालत देखने लायक होती है। लोगों ने नगर निगम के अधिकारी, जिलाधिकारी, सांसद और विधायक से बंदरों को पकड़वाने के लिए न जाने कितनी बार आग्रह कर लिया किंतु समस्या का समाधान नहीं हो सका।
अब, छत्ता बाजार में कल लोगों ने आंदोलन की शुरुआत की। बंदरों के आतंक से मुक्ति दिलाने के लिए धरना प्रदर्शन किया। नगर निगम कार्यालय परिसर में हाथ में थाली बजाकर अधिकारियों की नींद तोड़ने के लिए अनूठा प्रदर्शन किया। अब देखने वाली बात तो यह होगी कि प्रशासन की नींद कब टूटती है या फिर जनता बंदरों के आतंक का शिकार ऐसे ही होती रहेगी। जनता के बीच से यह आवाज निकल रही है कि विधानसभा चुनाव में इस बार कही बंदर एक मुद्दा न बन जाएं।
शुक्रवार को भी बंदरों लड़ते हुए चौबिया पाड़ा इलाके में एक मकान की दीवार को गिरा दिया। मलवे से एक व्यक्ति घायल हो गया। तीन चार दिन पहले बंदरों के हमले से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी।
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