उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में स्कूल प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की ओर से एक बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है। सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले करीब 150 बच्चों को जबरन वैक्सीन की डोज लगा दी गई। जिसके बाद करीब 50 से अधिक बच्चों की तबियत खराब होने की जानकारी सामने आ रही है। इस दौरान बच्चों को फौरन सीएससी में इलाज के लिए ले जाया गया। वहीं परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा कि बमारी अनुमति के बिना बच्चों का वैक्सीनेशन क्यों किया गया। वहीं बीमार बच्चों ने जानकारी देते हुए बताया कि स्कूल का गेट बंद कर वैक्सीन की डोज लगाई गई। इसका विरोध करने पर उनके साथ मारपीट भी की गई।
यह मामला अलीगढ़ के थाना दादों इलाके के नाई के नगला प्राथमिक विद्यालय का है। वैक्सीन लगने के बाद बच्चों को उल्टी और दस्त आने लगे। जिसके बाद उनके परिजनों ने उन्हें आनन-फानन अस्पताल में भर्ती करवाया। बताया जा रहा है कि स्कूल प्रशासन और डॉक्टरों ने बच्चों के अभिभावकों को डोज लगाने की जानकारी नहीं दी गई थी। वहीं प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष रामअवतार यादव ने बताया कि दादों क्षेत्र के नई के नगला के सरकारी प्राथमिक स्कूल का गेट बंद कर बच्चों का वैक्सीनेशन किया गया है।
रामअवतार यादव ने कहा कि यह स्वास्थ्य विभाग और स्कूल प्रशासन की ओर से बड़ी लापरवाही की गई है। अधिकारियों को इस मामले पर संज्ञान लेकर ऐसा कार्य करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। छर्रा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर अवनेंद्र यादव ने बताया कि बूस्टर अभियान चलाया जा रहा है। जिसके तहत टीडी और डीपीडी के टीके लगाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि डीपीडी के टीके के बाद अधिकतर बुखार आ जाता है। इसलिए बच्चों को भी बुखार की शिकायत रहेगी। फिलहाल सभी बच्चे खतरे से बाहर हैं।
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