
यूनिक समय, नई दिल्ली। गृह मंत्री अमित शाह ने केंद्रीय गृह सीमा सुरक्षा बल के अलंकरण समारोह और रुस्तमजी स्मारक व्याख्यान में ऑपरेशन सिंदूर को लेकर महत्वपूर्ण बयान दिया। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान की गोली का कड़ा और सटीक जवाब दिया गया। अमित शाह ने बताया कि दशकों से देश पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद का सामना कर रहा है, लेकिन 2014 में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद भारत ने आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब देना शुरू किया।
सीमा सुरक्षा बल के अलंकरण समारोह में उन्होंने कहा कि सबसे पहला बड़ा हमला उरी में हुआ, जिसके जवाब में भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक की। इसके बाद पुलवामा हमले के बाद भारतीय सेना ने एयर स्ट्राइक करके कठोर कार्रवाई की। अमित शाह ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ भारत ने हमेशा सख्त कदम उठाए हैं। उन्होंने पहलगाम में आतंकियों द्वारा पर्यटकों पर किए गए निर्दयतापूर्ण हमले का जिक्र करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने इसका उचित जवाब देने का वादा किया था, जो आज पूरी दुनिया देख रही है।
गृह मंत्री ने बताया कि 8 मई को ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया गया और 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट किया गया। इस ऑपरेशन में केवल आतंकियों के कैंपों को निशाना बनाया गया, भारतीय सेना के ठिकानों या एयरबेस को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया गया। इसके बाद पाकिस्तानी पक्ष ने भारतीय सैनिकों और नागरिकों पर हमले की कोशिश की, जिस पर भारतीय सेना ने जवाबी कार्रवाई करते हुए उनके एयरबेस पर हमला किया और अपनी मारक क्षमता का प्रदर्शन किया।
अमित शाह ने कहा कि पाकिस्तान पूरी दुनिया के सामने बेनकाब हो चुका है, जहां मारे गए आतंकियों के जनाज़े में पाक सेना के अफसरों ने कफन उठाकर समर्थन दिखाया। उन्होंने बताया कि भारत की सेना ने 100 किलोमीटर अंदर घुसकर पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया है। साथ ही, BSF के जवान भी मोर्चे पर डटे रहे और उनकी गोली का जवाब गोले से दिया गया। गृह मंत्री ने BSF की तकनीकी क्षमताओं और सीमा सुरक्षा को मजबूत करने के प्रयासों की भी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि सीमा सुरक्षा बल के जवानों के कारण देश सुरक्षित है और हमें चैन की नींद सोने का मौका मिलता है।
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