शहीद हेमराज के बाद पाकिस्तान ने फिर की घिनौनी हरकत

पाकिस्तान की घिनौनी हरकत एक बार फिर सामने आई है. इससे पहले आठ जनवरी 2013 को देश को एक मनहूस खबर मिली थी, जब जम्मू-कश्मीर में एलओसी के पास कृष्णा घाटी में मथुरा निवासी सेना के लांस नायक हेमराज शहीद हो गए थे. हेमराज के बाद पाकिस्तान की कायर सेना के बैट हमले में दो पोर्टरों की मौत हो गई. सामने आया कि पाकिस्तान बैट एक पोर्टर का सिर काटकर ले गए. सैन्य प्रवक्ता का कहना है कि पाकिस्तान की ओर से किए गए सीजफायर उल्लंघन में पोर्टरों की मौत हुई है. पाकिस्तान के हमले के वक्त अमेरिका समेत 15 देशों के राजनयिक जम्मू में मौजूद थे.

मारे गए पोर्टरों की पहचान मोहम्मद असलम (22) और मोहम्मद अल्ताफ (25) के तौर पर हुई. मोहम्मद शौकत (24), मोहम्मद सलीम (23) और नवाज अहमद (24) बैट के हमले में घायल हुए हैं. सभी मारे गए और घायल पोर्टर कोसलियां गांव के हैं. सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान की सेना ने आतंकियों के साथ हमला किया. इस हमले के बाद पाकिस्तान के बैट आर्मी के जवान एक पोर्टर का सिर काटकर उसे अपने साथ ले गए.

बताया जा रहा है कि पाकिस्तानी बैट ने उस वक्त हमला किया जब पोर्टर एक चौकी से दूसरी चौकी की तरफ जा रहे थे. कोसलियां क्षेत्र में अग्रिम चौकी सैद मामा के पास पाकिस्तानी बैट ने सेना की वर्दी में दो पोर्टरों को निशाना बनाकर आईईडी धमाका किया. इसके बाद एक पोर्टर पर हमला कर उसका सिर काट दिया.

सरकार दे आदेश, POK को बना देंगे भारत का हिस्साः आर्मी चीफ

आर्मी चीफ जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने बड़ा देते हुए कहा कि सरकार आदेश दे तो वह पीओके को भारत का हिस्सा बना देंगे. चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ का बनना सबसे बड़ा कदम है. इससे ने सिर्फ भविष्य के ऑपरेशन में आसानी होगी बल्कि सेनाओं के बीच भी तालमेल बेहतर होगा. आर्मी चीफ मनोज मुकुंद नरवणे ने शनिवार के प्रेसवार्ता में कहा कि जवान हमारी सबसे बड़ी तालक हैं. भविष्य में उनकी ट्रेनिंग पर विशेष ध्यान दिया जाएगा.

आर्मी चीफ ने कहा कि अगर राजनीतिक इच्छाशक्ति चाहे तो पीओके भारत का हिस्सा हो सकता है. इस समस्या का स्थाई समाधान यही है कि पूरा जम्मू कश्मीर भारत का हिस्सा हो. अगर संसद चाहे तो पूरा पीओके भारत का हिस्सा हो सकता है. हमें इसके लिए जब भी आदेश मिलेगा, हम जरूरी एक्शन लेंगे. उन्होंने कहा कि जहां तक आर्मी का सवाल है हम कम समय में ही अपने ऑपरेशन को अंजाम दे देंगे.

जनरल मनोज मुकंद नरवणे ने कहा कि हाल के दिनों में सेना को सशक्त बनाने के लिए जिसने फैसले लिए गए हैं उनमें सीडीएस का बनना काफी महत्वपूर्ण है. इस फैसले का असर भविष्य में देखने को मिलेगा. तीनों सेनाओं के बीच तालमेल काफी जरूरी है. इसमें सीडीएस की भूमिका महत्वपूर्ण होगी.

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