नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने इंटरनेट पर मुस्लिम महिलाओं को निशाना बनाने वाला ऐप बनाने वाले मास्टरमाइंड को इंदौर (Indore) से गिरफ्तार किया है। इस मामले में पकड़े गए आरोपी का नाम ओंकारेश्वर ठाकुर है। 26 साल के इस युवक ने ही ‘Sulli Deals’ नाम से ऐप तैयार किया था। उसने पूछताछ में बताया कि मुस्लिम महिलाओं को बदनाम करने की नीयत से उसने यह ऐप बनाया था। दिल्ली पुलिस ने उसके मोबाइल फोन और लैपटॉप आदि को जब्त कर लिया है। यह तलाश की जा रही है कि उसके संपर्क में और कौन लोग थे, जो इन ऐप्स की सर्विस या इनके निर्माण से जुड़े हैं।
दिल्ली पुलिस के इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटीजिक ऑपरेशंस, स्पेशल सेल के डीसीपी केपीएस मल्होत्रा के अनुसार ओंकारेश्वर ने इंदौर की आईपीएस एकेडमी से बीसीए की पढ़ाई की। ऐप बनाने का मकसद मुस्लिम महिलाओं को बदनाम करना था। ओंकारेश्वर ठाकुर ने GitHub पर ऐप का कोड डवलेन किया और फिर GitHub का एक्सेस ग्रुप के सभी ट्विटर ग्रुप के सदस्यों को दिया। उसने ट्विटर अकाउंट पर भी ऐप साझा किया था। ग्रुप के सदस्यों ने मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें अपलोड कीं। बाद में इसी से मिलता जुलता ऐप बुल्ली बाई क्रियेट किया गया। इसमें तस्वीर सामने आने के बाद मामला संज्ञान में आया और मुंबई की एक महिला पत्रकार ने पुलिस में FIR भी दर्ज कराई।
दिल्ली पुलिस के अनुसार, ओंकारेश्वर ने जनवरी 2020 में ट्विटर पर @gangescion अकाउंट बनाया। इसी अकाउंट से उसने ग्रुप में बाचती की। इसमें मुस्लिम महिलाओं को ट्रोल करने पर बात हुई। जब सुल्ली डील्स ऐप पर विवाद हुआ तो उसने अपने सारे सोशल मीडिया फुटप्रिंट्स मिटा दिए। पुलिस के अनुसार, इस ऐप पर महिलाओं के ट्विटर हैंडल से जानकारियां और पर्सनल फोटो चोरी कर डाली गईं। फिर इन्हें सार्वजनिक तौर पर नीलाम किया गया। इस ऐप को ‘सुल्ली डील्स’ नाम दिया गया। यह ऐप लोगों को नोटिफिकेशन भेजता था कि ‘फाइंड योर सुल्लीडील ऑफ द डे’। इस ऐप पर सैकड़ों महिलाओं की तस्वीरें बिना परमिशन के अपलोड की गई थीं।
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