आतंकियों ने इस घटना को ऐसे वक्त अंजाम दिया है जब कल यानि 24 अक्टबूर को ब्लॉक डेवलपमेंट काउंसिल (BDC) के चुनाव होने वाले हैं।
श्रीनगर: श्रीनगर के कुलग्राम में एक स्कूल और जनरल स्टोर में आतंकावदियों ने आग लगा दी। आतंकियों ने इस घटना को ऐसे वक्त अंजाम दिया है जब कल यानि 24 अक्टबूर को ब्लॉक डेवलपमेंट काउंसिल (BDC) के चुनाव होने वाले हैं। पुलवामा में भी एक ट्रक को जला दिया गया। वहीं श्रीनगर में आतंकियों ने सब्जी मंडी में पेट्रोल बम फेंके, हालांकि इन घटनाओं में किसी को नुकसान नहीं हुआ है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आतंकियों की तलाश कर रही है।
बता दें कि कश्मीर में बीडीसी (BDC) चुनाव से ठीक एक दिन पहले आतंकियों ने इस घटना को अंजाम दिया है। पंचायती राज व्यवस्था के दूसरे चरण के चुनाव की प्रक्रिया 5 नवंबर तक पूरी हो जाएगी।
चुनाव का बहिष्कार करने पर मजबूर हैं- शैलेंद्र कुमार
जम्मू-कश्मीर के मुख्य निर्वाचन अधिकारी शैलेंद्र कुमार ने कहा था कि, 26 हजार 629 पंच और सरपंच BDC अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ने और मतदान के योग्य हैं। इनमें से 8,313 महिलाएं और 18,316 पुरुष शामिल हैं। ये चुनाव बैलेट बॉक्स के माध्यम से होंगे, इन बॉक्सों को पहले ही संबंधित मुख्यालयों में भेज दिया गया है।
कांग्रेस ने इस चुनाव का बहिष्कार करने का फैसला लिया है। इसके पीछे की वजह कांग्रेस नेताओं की नजरबंदी और राज्य प्रशासन का उदासीन रवैया बताया जा रहा है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गुलाम अहमद मीर का कहना है कि पूर्ववर्ती राज्य पर कोई भी निर्णय लेते वक्त हितधारकों पर ध्यान नहीं दिया गया।
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उन्होंने कहा कि कांग्रेस लोकतांत्रिक संस्थानों को मजबूत करने में विश्वास रखती है और ये किसी भी चुनाव से दूर नहीं हुआ। लेकिन इस बार राज्य प्रशासन के उदासीन रवैये और राज्य में प्रमुख पार्टी (कांग्रेस) के लगातार नजरबंदी के चलते हम BDC चुनाव का बहिष्कार करने पर मजबूर हैं।
5 अगस्त के बाद से नजरबंद हैं नेता-
बता दें कि 5 अगस्त को जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 को हटाए जाने के बाद से कई नेताओं को नजरबंद कर गया था। 24 अक्टूबर को घाटी में BDC चुनाव हैं, इस चुनाव में सरपंच अपने इलाके के BDC का चुनाव करते हैं। कांग्रेस से पहले पीडीपी और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने भी चुनाव का बहिष्कार किया था। अब BDC चुनाव में केवल बीजेपी-पैंथर्स और निर्दलीय ही बचे हैं।
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