वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम में विदेशमंत्री एस जयशंकर जम्मू-कश्मीर में हटाए गए आर्टिकल 370 से जुड़े कई अहम सवालों के जवाब दिए.
जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने से बौखलाया पाकिस्तान दुनियाभर में भारत के खिलाफ दुष्प्रचार करने में लगा हुआ है. हालांकि पाकिस्तान को चीन का साथ छोड़कर किसी भी देश से इस मसले में सहयोग नहीं मिला है. ज्यादातर देशों ने पाकिस्तान को हिदायत दी है कि वह अपनी सरजमीं से आतंकवाद का खात्मा करे, तभी भारत के साथ उसके संबंध बेहतर हो सकते हैं. इन सबके बीच भारत के विदेशमंत्री एस जयशंकर ने वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम में पाकिस्तान पर चुटकी लेते हुए कहा, ‘मैं बताना चाहूंगा कि एक को छोड़कर भारत के सभी पड़ोसी राष्ट्र से बेहतर संबंध हैं और वह क्षेत्रीय सहयोग में हर दिन नया इतिहास लिख रहे हैं.
इस मौके पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्तान के साथ विभिन्न मुद्दों- कश्मीर, ट्रेड वॉर की बात की. वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम के अध्यक्ष बोरगे ब्रेंडे से बातचीत के दौरान विदेशमंत्री ने कहा, शायद ही किसी को यह अनुमान था कि अनुच्छेद 370 संविधान में एक अस्थायी व्यवस्था थी. आर्टिकल 370 लागू होने के कारण जम्मू कश्मीर राज्य में कई राष्ट्रीय कानून लागू नहीं होते थे. ये सब उनके लिए नई बातें थीं.
EAM S Jaishankar at #WorldEconomicForum: India is an exception as we are more nationalistic, but at the same time we don't see a tension between being nationalistic and being international, in the sense of engaging more with the world, so nationalism is not a negative sentiment. pic.twitter.com/B8fkaoY0iv
— ANI (@ANI) October 4, 2019
अपने पड़ोसियों के साथ बेहतर संबंधों के बारे में बात करते हुए विदेशमंत्री जयशंकर ने कहा कि एक पड़ोसी देश को छोड़कर सभी देशों का क्षेत्रीय सहयोग के मामले में बेहतरीन इतिहास रहा है. उनसे जब पूछा गया कि क्या उस पड़ोसी देश के साथ गतिरोध हमेशा ऐसे ही बना रहेगा तो उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि एक दिन हालात सुधरेंगे और वह देश भी भारत के साथ क्षेत्रीय सहयोग में शामिल होगा. विदेशमंत्री ने कहा कि आप सभी एक पल के लिए कश्मीर के मुद्दे को अलग कर दें.
विदेश मंत्री एस. जयशंकर (L), एनएसए अजित डोभाल (बीच में) और पीएम नरेंद्र मोदी.
आज हर किसी देश के दूसरे देश के साथ व्यापार संबंध बढ़ रहे हैं. व्यापार बढ़ने के साथ ही देश हर स्तर पर समृद्ध होता है. जयशंकर ने कहा, मैं हमेशा आशान्वित रहता हूं. मैं जानता हूं कि हमारे समक्ष कई बड़ी चुनौतियां हैं. पड़ोसी मुल्क की हमारे देश के साथ समझ की समस्या है, जिससे उसे बाहर निकलना होगा.
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