नई दिल्ली। तीर्थनगरी अयोध्या में अब साधु के भेष में कोई भी लोगों से धोखाधड़ी नहीं कर पाएगा। पुलिस ने इसके लिए जरूरी कदम उठाए हैं। यह देखा जाएगा कि कहीं इस संवेदनशील स्थान पर कोई संदिग्ध व्यक्ति तो नहीं रह रहा। पुलिस-प्रशासन की यह पहल उच्च स्तर से प्राप्त निर्देशों के क्रम में रामनगरी की सुरक्षा के मद्देनजर है। अयोध्या पुलिस अब मठ और मंदिरों में रहने वाले साधु और संतों का वेरीफिकेशन कर रही है। साथ ही उनके क्रिमिनल रिकॉर्ड की भी जांच होगी। इन साधु संतों का पुलिस की ओर से रजिस्टर भी बनाया जा रहा है। साधुओं ने पुलिस के इस कदम का स्वागत किया है। उनका कहना है कि इस कदम से अब लोगों के साथ धोखाधड़ी नहीं होगी और साधुओं की छवि भी खराब नहीं होगी। सीओ आरके साव के मुताबिक जांच और सत्यापन की शुरुआत यलो जोन से की गई है।
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