मध्य प्रदेश के उज्जैन में कथित तौर पर 15 साल की नाबालिग के साथ हैवानियत की वारदात को अंजाम देने वाले ऑटो ड्राइवर भरत सोनी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने बताया कि आरोपी गिरफ्तारी के बाद भगाने की कोशिश कर रहा था, इस दौरान वह गिरकर घायल हो गया, इसके बाद इलाज के लिए अस्पताल लाया गया है। बता दें कि पुलिस ने मुख्य आरोपी भरत सोनी के अलावा तीन अन्य लोगों को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। वहीं, पीड़िता जिन-जिन इलाकों से घायल हालत में गुजरी थी, उन जगहों के सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जा रहा है।
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार, उज्जैन में नाबालिग से दुष्कर्म करने वाले आरोपी भरत सोनी को शहर के सिविल अस्पताल लाया गया। बताया गया है कि आरोपी पुलिस से बचने की कोशिश में गिरकर घायल हो गया, इसके बाद उसे हॉस्पिटल लाया गया है।
आपको बता दें कि बुधवार को पीड़िता की मानवता को शर्मसार करने वाली सीसीटीवी फुटेज सामने आई थी, जिसमें वह बिना कपड़ों के खून से लथपथ मदद मांगने के लिए उज्जैन की गलियों में लगभग तीन घंटों तक दर-दर भकटकी रही। जिसके बाद अंत में एक स्थानीय आश्रम के पुजारी राहुल शर्मा ने उसकी मदद की थी। अब इस मामले में पीड़िता ने खुलासा किया है कि वह सतना के अपने गांव से उज्जैन में अच्छी जिंदगी की तलाश में भागकर गई थी, जहां ऑटो ड्राइवर ने उसके साथ रेप किया।
बुधवार को नाबालिग लड़की का सीसीटीवी फुटेज सामने आया था, जिसमें वो मदद के लिए घर-घर जा रही थी लेकिन किसी ने भी उसकी मदद नहीं की। हालांकि, तीन घंटे बाद स्थानीय पुजारी राहुल शर्मा ने उसकी मदद की और उसे अस्पताल ले गए, जहां मेडिकल जांच में पुष्टि हुई कि उसके साथ बलात्कार किया गया था।
#WATCH | Madhya Pradesh | Bharat Soni, the accused in Ujjain minor rape case brought to Civil Hospital in the city. He sustained injuries after falling down while trying to escape the Police and has now been brought here. Details awaited. pic.twitter.com/UDraOxe8Dm
— ANI (@ANI) September 28, 2023
इस घटना के सामने आने के बाद प्रदेश में लोगों का आक्रोश बढ़ गया। इसके बाद राज्य के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने घटना की जांच के लिए एक विशेष जांच दल गठन करने की घोषणा की। हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, पीड़िता ने पुलिस को बताया कि वह सतना में अपनी जिंदगी से परेशान थी। वह बस से उज्जैन पहुंची, जहां रविवार शाम को उसके साथ दुष्कर्म किया गया। हमले से वह बेहोश हो गई, जब वह होश में आई तो मदद की तलाश में सोमवार की सुबह लोगों से गली-गली जाकर मदद की गुहार की, लेकिन कोई भी उसकी मदद के लिए तैयार नहीं था।
पुलिस ने आगे बताया कि वह तीन घंटे तक भटकती रही, इसके बाद एक स्थानीय पुजारी राहुल शर्मा ने उसकी मदद की। राहुल ने कहा कि लड़की को आधे कपड़ों में और खून बहता हुआ देखना दिल दहला देने वाला था। वह कांप रही थी और रो रही थी। मैंने तुरंत पुलिस को सूचित किया। राहुल ने बताया कि लड़की उन्हें उनके आश्रम के मैन गेट पर मिली थी।पुलिस के अनुसार, राहुल ने बताया कि लड़की बदहवास थी। यह समझना मुश्किल था कि वह क्या कह रही थी। मैंने सांकेतिक भाषा में उससे पूछा कि क्या वह खाना चाहती है। उसने हां में सर हिलाया। मैंने उसे खाना दिया जिसे उसने ऐसे खाया जैसे उसने कई दिनों से कुछ न खाया हो। उन्होंने कहा कि लड़की डरी हुई थी और उसके पीछे छिप रही थी।।
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