बिहार में गुरुवार को बड़ा रेल हादसा टल गया। महोद्दीपुर गुमटी पर पहुंचते ही ट्रेन में जोर का झटका लगा। जिसके बाद 18 बोगियां बिना इंजन ट्रैक पर रेंगने लगी और चालक चार बोगी लेकर आगे चला गया।
नरकटियागंज-मुजफ्फरपुर रेलखंड पर गुरुवार सुबह बड़ी दुर्घटना होते-होते टल गई। मझौलिया-बेतिया रेलवे स्टेशन के बीच महोद्दीपुर रेल गुमटी के पास 15273 सत्याग्रह एक्सप्रेस की ईंजन कई बोगी छोड़कर चली गई। जिसके बाद बोगियां बिना इंजन के पटरी पर दौड़ने लगी।
जानकारी के अनुसार 15273 सत्याग्रह एक्सप्रेस ईंजन और चार बोगी लेकर चली गई, शेष बोगियां बगैर ईंजन के रेल पटरी पर दौड़ने लगी। हालांकि, चार बोगी को लेकर ईंजन अभी 100 मीटर आगे बढ़ी थी कि चालक को इसकी जानकारी लग गई। चालक ने आपातकाल ब्रेक लगा कर ईंजन समेत चार बोगियों को रोका। उसके बाद फिर से सभी बोगियों को जोड़कर ट्रेन का परिचालन शुरू किया गया।
इस दौरान करीब 15 मिनट तक ट्रेन रेल फाटक के समीप खड़ी रही। मामले को लेकर यात्रियों ने हंगामा भी किया। बताया जाता है कि बोगियों को कनेक्ट करने के लिए लगाए गए कपलिंग के अचानक टूट जाने के कारण यह हादसा हुआ।
बताया जा रहा है कि रक्सौल-आनंद बिहार सत्याग्रह एक्सप्रेस रक्सौल से निर्धारित समय पर खुली थी। गुरुवार सुबह करीब नौ बजे के आसपास महोद्दीपुर रेल गुमटी के पास पहुंची थी। ट्रेन में सवार यात्री राकेश कुमार ने बताया कि मझौलिया से ट्रेन खुली थी, तो रूक-रूक कर हिचकोले खा रही थी लेकिन चालक ने ध्यान नहीं दिया। महोद्दीपुर गुमटी पर पहुंचते हीं जोर का झटका लगा और ईंजन समेत चार बोगी लेकर पायलट चला गया। जबकि 18 बोगियां ट्रैक पर यूं ही रेंगने लगी।
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