भले ही उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली हो, लेकिन अभी भी महाराष्ट्र में सियासी घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। विधानसभा में शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस गठबंधन सरकार का शक्ति परीक्षण अब कुछ समय बाद होने वाला है।
भले ही महाराष्ट्र में भाजपा की देवेन्द्र फडणवीस सरकार गिर गई हो, लेकिन पार्टी अभी भी हार मानने को तैयार नहीं है। भाजपा ने विश्वास प्रस्ताव से पहले ही अपना अंतिम दाव खेलते हुए प्रोटेम स्पीकर के मामले को राज्यपाल से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक में चुनौती देने का निर्णय लिया है।
अब भारतीय जनता पार्टी चाहती है कि उद्धव ठाकरे सरकार के विश्वास प्रस्ताव पर चर्चा पहले से चुने गए प्रोटेम स्पीकर कालीदास कोलम्बर की देखरेख में की जानी चाहिए। जबकि महाराष्ट्र की नई सरकार दिलीप वाल्से पाटिल को प्रोटेम स्पीकर बनाकर विश्वास प्रस्ताव पर चर्चा कराना चाहती है।
मीडिया में चल रही खबरों की मानें तो भारतीय जनता पार्टी अब विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव पर शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस गठबंधन से टक्कर लेने की तैयारी में है। भाजपा के इस कदम से स्पीकर का चुनाव भी रोचक बन गया है।
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