यूनिक समय ,नई दिल्ली। कांग्रेस नेता भाई जगताप की चुनाव आयोग पर की गई विवादित टिप्पणी पर बहस छिड़ गई है। उनके बयान पर बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने पलटवार किया है। किरीट सोमैया ने कहा कि मैंने चुनाव आयोग को इस बारे में पत्र लिखा है। उन्होंने भाई जगताप के बयान को चुनाव आयोग का अपमान करार दिया और कहा इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। गौरतलब है कि कांग्रेस नेता भाई जगताप ने ईवीएम पर सवाल खड़े करते हुए चुनाव आयोग को लेकर विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि हमारा देश दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है और अगर कोई ईवीएम पर शक करता है तो उसका जवाब दिया जाना चाहिए।
ग्रेस नेता ने गुरुवार को चुनाव आयोग को लेकर विवादित बयान भी दिया था। महाराष्ट्र के चुनाव नतीजों पर उन्होंने कहा था, चुनाव आयोग तो कुत्ता है, जो नरेंद्र मोदी के बंगले के बाहर बैठता है। हमारे लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए बनाई गई एजेंसियां नरेंद्र मोदी के दबाव में कठपुतली बन गई हैं। ये एजेंसिया हमारे लोकतंत्र की सुरक्षा के लिए थीं, दुर्भाग्यवश अब उनका गलत इस्तेमाल हो रहा है। महाराष्ट्र और देशभर में हो रही घटनाएं दिखाती हैं कि किस प्रकार से व्यवस्था में हेराफेरी की जा रही है।
भाई जगताप ने गुरुवार को इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) को लेकर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा कि हमारा देश दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है और अगर कोई ईवीएम पर शक करता है तो उसका जवाब दिया जाना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट में कई याचिकाएं दायर की गई थीं और अप्रैल 2024 में कोर्ट ने फैसला दिया था कि वीवीपैट स्लिप की गिनती की जानी चाहिए। याचिका में 50 फीसदी वीपीपैट स्लिप की गिनती की मांग की गई थी, लेकिन शीर्ष कोर्ट ने इसे 5 फीसदी की बात की थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
उन्होंने आगे कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए मत पत्र की बात की थी, तो अब क्या हुआ? इसी तरह (भाजपा के वरिष्ठ नेता) लाल कृष्ण आडवाणी ने भी यही बात कही थी। वे आरोप लगा रहे हैं कि हम यह मुद्दा केवल इसलिए उठा रहे हैं, क्योंकि महाराष्ट्र चुनाव हार गए। लेकिन आप भी तब यही बात करते थे। जगताप ने कहा, अगर ईवीएम में कोई गड़बड़ी है तो इसकी जांच होनी चाहिए और सुधार किया जाना चाहिए, ताकि लोगों को सही प्रणाली में भरोसा हो। हमें मतपत्रों से वोट डालने में कोई समस्या नहीं है, क्योंकि हम अपना मतपत्र खुद देखते हैं। उस पर मुहर लगाते हैं और उसे जमा करते हैं। इस तरह छेड़छाड़ का कोई सवाल ही नहीं है।
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