नई दिल्ली। यूपी में दमदार पार्टियों में शुमार बहुजन समाजवादी पार्टी का कोई विधायक पहली बार किसी दूसरे राज्य में मंत्री पद हासिल करने जा रहा है। कर्नाटक में मायावती ने जेडीएस को समर्थन का ऐलान किया था, जिसकी एवज में अब उसके एकमात्र विधायक एन महेश भी मंत्रिपद की शपथ लेंगे।
बसपा अध्यक्ष मायावती ने इसकी सहमति दे दी हैं और इस मौके पर मायावती का प्रतिनिधित्व करने के लिए बसपा महासचिव सतीश मिश्र भी शपथ समारोह में शामिल होंगे। जद (एस) और कांग्रेस के बीच मंत्री पदों के बंटवारे के बाद जद (एस) ने गठबंधन धर्म का पालन करते हुए अपने कोटे से एक मंत्री पद बसपा को देने का फैसला किया। इसके लिए मुख्यमंत्री कुमारस्वामी और दानिश अली ने मायावती से बात करके उन्हें राजी किया।
उत्तर प्रदेश के बाहर राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, पंजाब, दिल्ली, बिहार और हरियाणा जैसे राज्यों में बसपा ने विधानसभा और लोकसभा चुनावों में कई बार बेहतर प्रदर्शन करते हुए कुछ राज्यों में लोकसभा और विधानसभा की कुछ सीटें भी जीती हैं। बसपा ने मौका पड़ने पर कांग्रेस या गैर-भाजपा सरकारों को समर्थन देकर मदद तो की है, लेकिन किसी सरकार में शामिल नहीं हुई।
कर्नाटक में सरकार में शामिल होने के बाद बसपा का जद (एस) और कांग्रेस के साथ सियासी रिश्ता और मजबूत हो जाएगा। इससे दोनों दलों के बीच निकटता बढेगी और उत्तर प्रदेश के बाहर अन्य राज्यों में बसपा और कांग्रेस की दोस्ती का रास्ता भी तैयार होगा। इसका पहला प्रयोग अक्टूबर नवंबर में होने वाले मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनावों में होगा। जहां कांग्रेस बसपा को कुछ सीटें देकर इन राज्यों में उसके दलित और अति पिछड़े वोट बैंक को अपने साथ जोड़ सकेगी।
Leave a Reply