भोपाल। इंडियन एयरफोर्स के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का थोड़ी देर में अंतिम संस्कार किया जाएगा। उन्हें सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी। उनकी पार्थिव देह एयरपोर्ट रोड स्थित ईएमई सेंटर के मिलिट्री अस्पताल से बैरागढ़ स्थित यथाशक्ति विश्राम घाट पहुंच गई है। यहां श्रद्धांजलि सभा होगी। इसके बाद सैन्य और राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। शहीद के सम्मान में पूज्य सिंधी पंचायत के आह्वान पर संतनगर का मॉर्केट शुक्रवार को दोपहर बजे तक बंद रखा जाएगा।
ग्रुप कैप्टन वरुण की पार्थिव देह फूलों से सजे सेना के वाहन में रखी है। लोग भारत माता की जय, वरुण सिंह अमर रहें के नारे लगा रहे हैं।
इससे पहले गुरुवार को ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का पार्थिव शरीर सेना के प्लेन से भोपाल लाया गया था। यहां मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री-विधायकों ने कैप्टन को श्रद्धांजलि दी थी। यहां से पार्थिव शरीर को सेना के वाहन से भोपाल स्थित सन सिटी कॉलोनी में इनर कोर्ट अपार्टमेंट में उनके घर लाया गया था। वरुण सिंह की मां उमा सिंह ने बहू गीतांजलि के कंधे पर हाथ रखकर कहा था- तुम सबसे बड़ी वीरांगना, बहादुर बेटी हो…। इसके बाद पार्थिव देह मिलिट्री हॉस्पिटल में बने मोर्चरी हाउस में रख दी गई। तमिलनाडु के कुन्नूर में 8 दिसंबर को CDS बिपिन रावत के हेलिकॉप्टर क्रैश में घायल वरुण सिंह का बुधवार को निधन हो गया था। वरुण 7 दिन से बेंगलुरु के अस्पताल में भर्ती थे।
पहले जिला प्रशासन ने बताया था कि ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का अंतिम संस्कार भदभदा विश्राम घाट पर कराए जाने की तैयारी कर रहे हैं, लेकिन वरुण के पिता केपी सिंह को पता चला तो उन्होंने प्रशासन को अपनी राय बताई और कहा- भदभदा दूर है। ऐसे में ट्रैफिक व्यवस्था गड़बड़ा जाएगी। शहर में लोगों को परेशान होगी। मैं नहीं चाहता कि मेरे बेटे की वजह से किसी को परेशानी हो। इसके बाद उन्होंने सबसे नजदीकी संत हिरदाराम नगर (बैरागढ़) में अंतिम संस्कार करवाए जाने की अपील की। इसके बाद शुक्रवार सुबह 11 बजे अंतिम संस्कार का निर्णय लिया गया। मिलिट्री हॉस्पिटल से विश्राम घाट की दूरी करीब 1Km है।
अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के गृह जिले देवरिया (उत्तर प्रदेश) से भी परिवार के लोग भोपाल आए हैं। ससुराल इंदौर के लोग भी आ गए हैं। अंतिम यात्रा में बेटा रिद्धिमन, बेटी आराध्या और पत्नी गीतांजलि भी हैं। इसके अलावा, पिता केपी सिंह, मां उमा देवी और छोटे भाई तनुज भी साथ हैं। वरुण का परिवार 20 साल पहले भोपाल शिफ्ट हो गया था। तनुज नौसेना में लेफ्टिनेंट कमांडर हैं। उनकी पोस्टिंग मुंबई में है।
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