नई दिल्ली। कार चलाना अब सिर्फ पुरुषों का शगल या जरूरत नहीं रहा. अब बाइक और कार महिलाएं न सिर्फ गाहे बगाहे जरूरत पड़ने पर चलाती हैं बल्कि शौकिया और लंबे ट्रैवल के लिए भी इस्तेमाल करती हैं. सिंगल महिलाएं हों या फिर बाल बच्चेदार, कार चलाना आना जरूरी है तो इसकी देखभाल करना आना भी जरूरी है. साथ ही, यह भी जरूरी है कि सड़क पर ड्राइविंग के दौरान आपको महिला होने के नाते कुछ एकस्ट्रा अलर्ट रहना पड़ सकता है.
आइए जानें, महिला वाहन चालकों के काम आ सकने वाली कुछ जरूरी बातें…
- किसी लंबी ट्रिप से पहले सेफ्टी चेक करें. बैटरी को जंप स्टार्ट करना और वाइपर ब्लेड चेंज करना आना चाहिए.
- जिस रूट पर कार लेकर निकल रही हैं, उसके बारे में पूरी जानकारी हो. ऐसे रास्तों से गुजरना प्रेफर करें जहां रोशनी हो, शॉर्ट कट के चक्कर में हल्के अंधेरे या अंधेरे से न गुजरें.
- अपने फोन में इमर्जेंसी नंबर रे़डी रखें जिसमें न सिर्फ करीबी दोस्त और परिवार वालों के कॉन्टेक्ट्स हों बल्कि कार इंश्योरेंस कंपनी और मोटरिंग असिस्टेंस कंपनी के नंबर भी हों.
- ऐसा देखा गया है कि पार्किंग स्लॉट में ज्यादा अटैक या खतरनाक हादसे होते हैं. ध्यान रखें कि जहां गाड़ी पार्क करें वहां समुचित रोशनी हो. हो सके तो कमर्शल वीइकल यानी कि बड़ी वैन या ट्रैवलर जैसी गाड़ियों के अगल-बगल में पार्किं न करें. हो सकता है इनकी ओट में कोई अपराधी छिपा हो और मौका देखकर अटैक कर दे.
- जब कार चलाती हैं तो इसकी मेंटेंस से जुड़ी कुछ बेसिक चीजें आप समय रहते सीख लें. महिला ड्राइवर्स को टायर चेंज करना आना चाहिए. आजकल महिलाएं एसयूवी जैसी बड़ी कारें भी चला रही हैं. इनके पहिए भी बड़े होते हैं. वैसे जानकार सलाह देते हैं कि महिलाएं हैचबैक प्रेफर करें.
- महिलाएं हैंडबैग में सामान लेकर चलती हैं लेकिन आदत डाल लें कि चाबियां हाथ में रेडी रखें. यह इसलिए ताकि जब आप पार्किंग में पहुंचें तब तुरंत गाड़ी तक जाएं, दरवाजा खोलें, अंदर घुसें और दरवाजा लॉक कर लें.
- हमेशा गाड़ी में ईंधन की टंकी फुल करवा कर चलें. आदत डाल लें कि इसमें कोताही न बरतें. वॉर्निंग लाइट का इंतजार न करें.
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