गिरधारी लाल श्रोत्रिय
यूनिक समय, मथुरा। उत्तराखंड में जोशीमठ में फटे मकानों को लेकर काफी हो हल्ला मचा हुआ है। इसको लेकर वहां का जिला प्रशासन व राज्य सरकार भी सक्रिय हो गई है। लेकिन मथुरा में आए दिन चौबिया पाड़ा क्षेत्र में मकान फटने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। इन फटे मकानों में रह रहे लोगों की नींद उड़ी हुई है। इन मकानों को लेकर स्थानीय प्रशासन निष्क्रिय नजर आ रहा है। इस कारण लोग गुस्से में दिखाई दे रहे हैं।
सोमवार को यूनिक समय की टीम ने नगर निगम के वार्ड नम्बर 61 अंतर्गत चौबिया पाड़ा के मोहल्ला छोंकापाड़ा में मकान फटने की सूचना पर लोगों का हाल जाना। इस दौरान इस क्षेत्र में दर्जनों की संख्या में मकान फटे हुए दिखाई दिए। कई मकानों की दीवारों में बड़े बड़े होल तक दिखाई दे रहे हैं।
छोंकड़ पाड़ा निवासी सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने बताया कि इस संबंध में उन्होंने कई बार स्थानीय प्रशासन व जिला प्रशासन के अधिकारियों को लिखकर अवगत कराया दिया गया है। लेकिन उनकी समस्या का समाधान आज तक नहीं हुआ।
दिलीप चतुर्वेदी ने बताया कि उन्होंने मेयर, सांसद, विधायक व पार्षद से मिलकर कई बार मकान फटने के बारे में जानकारी दी। किसी भी जनप्रतिनिधि ने उनके क्षेत्रों में आकर उनकी सुध नहीं ली।
ओमप्रकाश श्रीधर चौबे ने बताया कि रात्रि में फटे मकानों में रहने से डर लगता है। कहीं किसी दिन उनका मकान गिर न जाए। उनके बच्चे बीबी आदि सभी परेशान हैं। उनके पास रहने की कोई अन्य व्यवस्था नहीं है।
दिनेश चतुर्वेदी ने बताया कि उत्तराखंड के जोशी मठ की घटना के बाद से फटे हुए मकानों में रहने से डर लग रहा है। जाएं भी कहा जाएं। जिला प्रशासन व राज्य सरकार को शीघ्र ही कोई ठोस योजना बनानी चाहिए।
कामरेड गिरधारी लाल चतुर्वेदी ने बताया कि मोहल्ला छोकड़ पाड़ा में अंडर ग्राउंड बिजली की लाइन डालने से नालियां फट गई। जिससे सीवर बंद हो चुके हैं। अब यह पानी मकानों की दीवारों से होकर घरों के अंदर जा रहा है। जिससे मकान फट रहे हैं। आज वे स्थानीय लोगों को लेकर कलेक्ट्रेट जिलाधिकारी पुलकित खरे से मिलने पहुंचे लेकिन कोई अधिकारी नहीं मिल सका। इस संबंध में वे कल मंगलवार को पुन: अधिकारियों से मिलने के लिए जाएंगे।
Leave a Reply