
यूनिक समय, नई दिल्ली। दिल्ली हाईकोर्ट के जस्टिस यशवंत वर्मा का इलाहाबाद हाईकोर्ट में तबादला किया जा रहा है, जिसे सुप्रीम कोर्ट ने सिफारिश की थी और केंद्र ने मंजूरी दे दी है। इस बदलाव को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट के वकीलों द्वारा पहले विरोध जताया गया था, लेकिन 27 मार्च 2025 को मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना और पांच अन्य जजों के साथ मुलाकात के बाद उनका विरोध शांत हो गया।
जस्टिस यशवंत वर्मा का तबादला तब चर्चा में आया जब उनके घर से भारी मात्रा में नकद राशि बरामद हुई। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट में चार वकीलों ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की थी, लेकिन कोर्ट ने इसे सुनने से मना कर दिया। कोर्ट ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की जांच के लिए एक समिति बनाई है, और रिपोर्ट आने के बाद ही मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना सभी संभावित कदमों पर विचार करेंगे, जिसमें एफआईआर दर्ज करने का मामला भी शामिल है।
केंद्र ने जस्टिस यशवंत वर्मा को इलाहाबाद हाईकोर्ट में पद ग्रहण करने और चार्ज लेने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही, दिल्ली हाईकोर्ट के जस्टिस सीडी सिंह का भी इलाहाबाद हाईकोर्ट में तबादला किया गया है।
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