आगरा: तीन दिन तक ऐसे अस्पताल और क्लीनिक के खिलाफ चलेगा अभियान, अभी तक 214 अस्पतालों का सर्वे, 11 ने बिना लाइसेंस खोल लिए अस्पताल
फर्जी अस्पताल, झोलाछापों को पकड़ने का जिम्मा स्वास्थ्य विभाग ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) प्रभारियों को सौंप दिया है। सीएचसी के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक तीन दिन तक इनके खिलाफ अभियान चलाएंगे। इनकी रिपोर्ट के आधार पर विभाग कार्यवाही करेगा।
जिले के हर तहसील और ब्लाक में फर्जी अस्पताल, झोलाछाप, बेसमेंट में इलाज करने वाले, आईसीयू या वार्ड रखने वाले, अग्निशमन समेत विभागों की अनुमति बिना चलने वाले अस्पताल हैं। तमाम के पास स्वास्थ्य विभाग का लाइसेंस भी नहीं है। इन सभी तथ्यों की पड़ताल और कार्यवाही का अधिकार सीएमओ ने सीएचसी प्रभारियों को दिया है। सभी प्रभारी मंगलवार से तीन दिन तक ऐसे अस्पताल, क्लीनिक आदि का निरीक्षण करेंगे। विभाग के परफार्मा पर बिंदु वार जानकारी को भरेंगे। बता दें कि विभाग अभी तक दो सैकड़ा अस्पतालों का सर्वे कर चुका है। इसमें कई के पास लाइसेंस ही नहीं है। इन्होंने आवेदन कर रखा है। कुछ मामले नवीनीकरण के भी हैं। चार अस्पतालों का पंजीकरण नहीं है, इन्होंने आवेदन भी नहीं किया है। इनके खिलाफ कार्यवाही की जानी है।
आईएमए पर नहीं पहुंची सूची
विभाग ने कई अस्पतालों में सेवाएं देने वाले डाक्टरों की सूची तैयार की है। ऐसे कई डाक्टर हैं जिनका एक से अधिक अस्पतालों में प्रभारी के रूप में नाम दर्ज है। यानि इनके नाम पर ही लाइसेंस दिए गए हैं। एक डाक्टर का नाम तो सात अस्पतालों में है। विभाग ने यह सूची आईएमए को देने की घोषणा की थी। अभी तक सूची आईएमए तक नहीं पहुंची है।
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