बीजिंग। चीन और अमेरिका के बीच आर्थिक संबंध और भी तनावपूर्ण होते जा रहे हैं। दोनों देश ट्रेड वॉर में बुरी तरह उलझे पड़े हैं और इससे वैश्विक अर्थव्यवस्था भी प्रभावित हो सकती है। यहां तक कि चीन की ओर से संकेत दिया गया है कि अमेरिका भेजे जाने वाले रेयर अर्थ मिनरल का निर्यात सीमित कर दिया जाएगा। बता दें कि यदि चीन ऐसा करता है तो अमेरिका में टेक उत्पादों का निर्माण ठप पड़ जाएगा।
हाल में ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पहले 200 अरब डॉलर के चीनी सामानों पर 25 फीसद टैरिफ लगाने का ऐलान किया और इसके बाद उन्होंने चेतावनी दी कि चीन नहीं सुधरा तो और 300 अरब डॉलर के सामानों पर टैरिफ बढ़ाया जाएगा। चीन ने ट्रेड डील की कोशिश की लेकिन यह नाकाम रही। इसके बाद चीन ने भी अमेरिका के 60 अरब डॉलर के सामानों पर 25 फीसद तक टैरिफ लगाने का ऐलान कर दिया।
उपविदेश मंत्री झांग हानहुई ने प्रेस ब्रीफिंग में बताया, ‘हम ट्रेड वॉर के खिलाफ हैं लेकिन हम इससे भयभीत नहीं।’ यह प्रेस ब्रीफिंग अगले सप्ताह राष्ट्रपति शी चिनफिंग के रूस दौरे को लेकर आयोजित की गई थी।
झांग ने कहा, ‘ट्रेड वॉर का पूर्वनिर्धारित उद्देश्य आर्थिक आतंकवाद, आर्थिक अराजकतावाद और आर्थिक शैतानी है।’ उन्होंने चेताया, ‘ट्रेड वॉर में कोई विजेता नहीं है।’ चीन ने संकेत दिए हैं कि वो जल्द ही अमेरिका को किए जाने वाले रेयर अर्थ मिनरल का निर्यात सीमित कर देगा जिससे अमेरिकी मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर टूट सकता है। झांग ने आगे कहा, ‘इस ट्रेड वॉर से वैश्विक अर्थव्यवस्था पर गंभीर नकारात्मक असर होगा।
चीन ने अपने टैरिफ को बढ़ाते हुए अमेरिका पर पलटवार किया है वहीं चीनी मीडिया का कहना है कि चीन की ओर से अमेरिका को रेयर अर्थ का एक्सपोर्ट बंद किया जा सकता है। बता दें कि रेयर अर्थ अमेरिका के लिए टेक उत्पादों के निर्माण में मूल सामग्री है। अमेरिका अपनी जरूरत का 80 फीसद रेयर अर्थ मिनरल चीन से ही मंगवाता है।
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