
मथुरा-आगरा से गुजरने वाली अधिकांश ट्रेनों में 20 से 30 अक्तूबर के बीच कंफर्म सीट बनीं सपना, अब केवल तत्काल कोटे का ही सहारा, यात्रा की तिथि से एक दिन पहले खुलता है कोटा
दीपावली और छठ पर ट्रेनों में एक भी सीट खाली नहीं है। आगरा से गुजरने वाली लंबी दूरी की सभी ट्रेन 20 अक्तूबर से छठ पूजा तक पूरी तरह फुल हैं। एयरकंडीशन फर्स्ट क्लास से लेकर स्लीपर तक वेटिंग, नो रूम ही मिल रहा है। यात्री तत्काल कोटे पर पूरी तरह आश्रित हो गए हैं।
दीपावली और छठ पर बड़ी संख्या में लोग अपने-अपने घरों का रुख करेंगे। परंतु जिन लोगों ने अभी तक यात्रा के लिए ट्रेनों में रिजर्वेशन नहीं कराए हैं, उन्हें परेशानी उठानी पड़ेगी। इसकी वजह ट्रेनों में सीट फुल होना है। मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, बिहार, पंजाब, पुणे आदि शहरों को जाने वाली ट्रेनों में स्थिति बहुत खराब है। पुणे से लेकर जम्मू जाने वाली झेलम एक्सप्रेस में 20 से 30 अक्तूबर के बीच स्लीपर में एक भी कंफर्म सीट उपलब्ध नहीं है। इस ट्रेन में थ्री और टू एसी में भी कोई सीट नहीं है। यही हाल इंदौर से जम्मू जाने वाली मालवा एक्सप्रेस का भी है। इस ट्रेन में भी 20 से 30 अक्तूबर के बीच वेटिंग लिस्ट और नो रूम ही मिल रहा है।
बाकी ट्रेनों में भी नहीं है सीट
त्रिवेंद्रम से चलकर नई दिल्ली जाने वाली केरल एक्सप्रेस, एर्नाकुलम से लेकर हजरत निजामुद्दीन जाने वाली मंगला एक्सप्रेस, अजमेर से चलकर सियालदाह जाने वाली अजमेर-सियालदाह सुपरफास्ट, पुणे से लेकर जम्मू जाने वाली झेलम एक्सप्रेस, फिरोजपुर से चलकर मुंबई जाने वाली पंजाब मेल, नई दिल्ली से चलकर चेन्नई जाने वाली जीटी एक्सप्रेस और अमृत्तसर से चलकर मुंबई जाने वाली पश्चिम एक्सप्रेस में 20 से 30 अक्तूबर के बीच कुल मिलाकर चारों श्रेणियों में मिलाकर 100 कंफर्म सीट भी नहीं हैं। अन्य ट्रेनों की स्थिति भी कमोबेश ऐसी ही है।
तत्काल कोटे पर टिकी सीट की उपलब्धता
दीपावली और छठ पर कंफर्म सीट के लिए अब केवल तत्काल कोटे का ही सहारा बचा है। स्लीपर और छठ पर ट्रेन में कंफर्म सीट के लिए एक दिन पहले खुलने वाले तत्काल कोटे पर ही यात्रियों की उम्मीद टिकी है। रेलवे के लोगों का कहना है कि तत्काल में भी कंफर्म सीट बहुत मुश्किल से मिलेगी। अधिकृत एजेंट तत्काल कोटा खुलते ही अधिकांश सीट बुक कर लेंगे। आम यात्री ऑनलाइन अथवा टिकट विंडो से तत्काल कोटा लेने पहुंचेगा तो वहां भी उसे वेटिंग ही मिलेगी।
दीपावली और छठ पर ट्रेनों में कंफर्म सीट के लिए यात्री काफी पहले ही बुकिंग करा लेते हैं। अब तत्काल कोटे के माध्यम से ही कंफर्म सीट मिलने का रास्ता बचता है।
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