
यूनिक समय, नई दिल्ली। कांगो गणराज्य की सेना ने पूर्वी क्षेत्र में एक अहम अभियान चलाकर 41 लोगों को विद्रोहियों के चंगुल से आज़ाद कराया है। इनमें 13 महिलाएं और कई विदेशी नागरिक शामिल हैं। यह संयुक्त सैन्य कार्रवाई कांगो और युगांडा की सेनाओं द्वारा की गई थी, जो ‘एलाइड डेमोक्रेटिक फोर्सेज’ (ADF) नामक इस्लामिक स्टेट से जुड़े चरमपंथी संगठन के खिलाफ की गई थी।
सेना के प्रवक्ता माक हजुके ने जानकारी दी कि यह ऑपरेशन उत्तर कीवू प्रांत के लुबेरो और बेनी क्षेत्रों में चलाया गया। रिहा कराए गए सभी बंधक बेहद थके हुए और दुर्बल अवस्था में पाए गए। हालांकि, यह अभी साफ नहीं हो सका है कि उन्हें कितने समय से बंधक बनाकर रखा गया था। आमतौर पर इस इलाके में बंधकों को कई महीनों तक बंदी बनाकर रखा जाता है।
स्थानीय सामाजिक संगठनों ने इस रेस्क्यू ऑपरेशन की सराहना की है। बेनी में नागरिक समाज के एक प्रतिनिधि पेपिन कावोटा ने अपील की कि परिवारजन बंधकों का गर्मजोशी से स्वागत करें और उन्हें फिर से सामान्य जीवन में लौटने में सहायता दें। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में इस तरह के अभियानों से सैकड़ों लोगों को आज़ादी दिलाई गई है।
गौरतलब है कि ADF उन 100 से अधिक सशस्त्र गुटों में से एक है जो कांगो के खनिज-समृद्ध लेकिन अशांत पूर्वी इलाके में वर्षों से हिंसा और अस्थिरता फैलाने में लिप्त हैं। यही कारण है कि यह क्षेत्र आज विश्व के सबसे गंभीर मानवीय संकटों में से एक का सामना कर रहा है।
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