देश में कोरोना ने पकड़ी रफ़्तार, बीते 24 घंटों में 1000 के करीब केस

COVID 19

भारत में कोरोना के एक्टिव मामलों की संख्‍या इस समय 6,350 है. एक्टिव मामलों की दर फिलहाल 0.01% है. हालांकि पिछले 24 घंटों में कोरोना के 479 मरीज रिकवर भी हुए हैं, इसके साथ ही कोरोना से रिकवर होने वालों की कुल संख्‍या 4,41,59,182 पहुंच चुकी है.

नई दिल्‍ली: देश में कोरोना के मामलों में कुछ इजाफा हुआ है. पिछले 24 घंटों में भारत में कोविड-19 के 918 नए केस सामने आए हैं, डेली पॉजिटिव रेट इस समय 2.08% जबकि वीकली पॉजिटिव रेट 0.86% है. भारत में कोरोना के एक्टिव मामलों की संख्‍या इस समय 6,350 है. एक्टिव मामलों की दर फिलहाल 0.01% है. हालांकि पिछले 24 घंटों में कोरोना के 479 मरीज रिकवर भी हुए हैं, इसके साथ ही कोरोना से रिकवर होने वालों की कुल संख्‍या 4,41,59,182 पहुंच चुकी है. पिछले 24 घंटों में देश में कोराना के 44 हजार 225 टेस्‍ट किए गए, इसे मिलाकर अब तक 92.03 करोड़ टेस्‍ट हो चुके हैं. टीकाकारण की बात करें तो देश में अब तक कुल 220.65 करोड़ (95.20 करोड़ दूसरी और 22.86 करोड़ पहली डोज) दिए जा चुके हैं. पिछले 24 घंटों में 1,246 डोज दिए गए.

गौरतलब है कि इससे पहले, शनिवार को देश में 126 दिन के बाद एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के 800 से अधिक मामले दर्ज किए गए थे. शनिवार के आधिकारिक आंकड़ों में कहा गया था झारखंड और महाराष्ट्र ने कोरोना से एक-एक मौत की सूचना दी जबकि केरल से दो लोगों की मौत की जानकारी मिली है. आंकड़ों से पता चलता है कि केरल, महाराष्ट्र, कर्नाटक और गुजरात में वायरल संक्रमण के मामलों की संख्या सबसे अधिक है. भारत के दैनिक औसत नए कोविड मामले एक महीने में छह गुना बढ़ गए हैं. करीब एक महीने पहले (18 फरवरी) औसत दैनिक नए मामले 112 थे, जबकि अब यह संख्‍या बढ़ते हुए 1 हजार के करीब पहुंच गई है.

कोरोना के मामलों में हो रहे इस इजाफे के बीच, केंद्र ने छह राज्यों को पत्र लिखकर कहा है कि वे वायरल संक्रमण में अचानक वृद्धि को नियंत्रित करने पर ध्यान दें. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने बुधवार को महाराष्ट्र, गुजरात, तेलंगाना, तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक को पत्र लिखकर परीक्षण, उपचार, ट्रैकिंग और टीकाकरण पर जोर देने को कहा.छह राज्यों को लिखे अपने पत्र में स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा था कि कुछ राज्य ऐसे हैं, जहां अधिक संख्या में मामले सामने आ रहे हैं. यह संक्रमण के संभावित स्थानीय प्रसार का संकेत दे रहे हैं. संक्रमण को रोकने के लिए जोखिम मूल्यांकन-आधारित दृष्टिकोण का पालन करने की आवश्यकता है.

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