
स्वास्थ्य संवाददाता
यूनिक समय, मथुरा। कोरोना संक्रमण से अब घबराने की जरुरत नहीं है। 16 फरवरी को उसका काल आ जाएगा। हालांकि पिछले कई दिनों से कोरोना संक्रमण के रोगियों की संख्या में गिरावट आना शुरु हो गया। कोरोना संक्रमण से शिकार होने वाली रोगियों की संख्या जिले में 6768 पहुंच गई थी। इसमें सिर्फ 110 रोगियों की मौत हो गई थी तो 6568 रोगी ठीक होकर चले गए थे। एक्टिव केसों की संख्या 90 रह गई थी। अब कोरोना का काल बनकर वैक्सीन मथुरा आ गई। इसको कड़ी सुरक्षा के बीच यहां लाया गया है।
शायद इसी कारण उससे यह प्रतीत हो रहा है कि कोरोना वायरस मथुरा से भागने की फिराक में है। इसलिए तो पिछले कई दिनों से कोरोना के केस बहुत कम संख्या में आ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी पिछले पांच दिनों के बुलेटिन पर नजर डालें तो कोरोना पॉजीटिव रोगियों की संख्या एक, दो, तीन या चार तक आ रही है।
कोरोना संक्रमण के कारण जिन परिवारों के सदस्य उनको छोड़ कर चले गए, वह अब कोरोना का काल बनकर आई वैक्सीन को लेकर काफी उत्साहित नजर आ रहे हैं। उनके मुंह से यह निकल रहा है तो कोरोना ने हमारे परिवार के सदस्य को निगल लिया तो वैक्सीन उसका जड़ से खात्मा कर देगी। एसीएमओ डा.राजीव गुप्ता के मुताबिक 16000 वैक्सीन के टीके जिले के लिए प्राप्त हुए है।
सीएमओ आफिस परिसर स्थित कोल्ड चैन रूम में इसे सुरक्षित निर्धारित तापमान पर रखा गया है सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस तैनात कर दी गई है। यूनिसेफ के प्रतिनिधि मानवेंद्र सिंह ने बताया कि पहले दिन पांच स्वास्थ्य इकाइयों पर कुल 5 सत्र होंगे। एक सत्र में 100 हेल्थ वर्कर को यह वैक्सीन लगाई जानी है। उन्होंने बताया कि मथुरा स्थित मुख्य कोल्ड चैन रूम से कल 15 जनवरी को यह वैक्सीन तीन केंद्रों पर रवाना होंगी। 16 जनवरी के लिए जो 5 केंद्र वैक्सीनेशन के लिए चुने गए हैं, उनमें जिला अस्पताल, केडी मेडिकल कॉलेज, रामकृष्ण मिशन अस्पताल वृंदावन, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चौमुहां और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गोवर्धन हैं।
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