नई दिल्ली। शनिवार को स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश में कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए एक दिन पहले यानी शुक्रवार को 20 लाख से अधिक खुराकें लोगों को दी गई हैं। एक दिन में टीके की यह सर्वाधिक खुराक है। देश में 16,39,663 लोगों को टीके की पहली खुराक दी जा चुकी है, जिनमें स्वास्थ्य कर्मी (एचसीडब्ल्यू) और अग्रिम मोर्चे पर कार्यरत कर्मी(एफएलडब्ल्यू) शामिल हैं. इनमें से 4,13,874 लोगों को टीके की दूसरी खुराक भी दे दी गई है।
मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘भारत ने 16 जनवरी को शुरू हुए देशव्यापी टीकाकरण अभियान में एक अहम पड़ाव पार कर लिया है। टीकाकारण अभियान के 56वें दिन (12 मार्च) 30,561 सत्रों में टीके की 20 लाख से अधिक (20,53,537) खुराकें दी गईं।
बयान में कहा गया कि ये एक दिन में दी गई टीके की खुराक की सर्वाधिक संख्या है. एक रिपोर्ट के अनुसार 4,82,314 सत्रों के माध्यम से टीकों की 2.82 करोड़ से अधिक (2,82,18,457) खुराक दी गई हैं। बयान में कहा गया,‘इनमें 72,93,575 एचसीडब्ल्यू (पहली खुराक), 41,94,030 एचसीडब्ल्यू (दूसरी खुराक), 72,35,745 एफएलडब्ल्यू (पहली खुराक) और 9,48,923 एफएलडब्ल्यू (दूसरी खुराक), अन्य बीमारियों से पीड़ित 45 वर्ष से अधिक आयु वाले 12,54,468 लोगों को (पहली खुराक) और 60 वर्ष से अधिक आयु के 72,91,716 लोग शामिल हैं।
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने कोविड-19 संकट के दौरान दुनिया की मदद का सर्वोत्तम प्रयास किया है. तिरुमला में भगवान वेंकटेश के दर्शन करने के बाद गोयल ने संवाददाताओं से कहा कि महामारी के दौरान 130 करोड़ से ज्यादा आबादी वाले देश ने जानलेवा वायरस के कहर से शीघ्र उबर कर पूरी दुनिया को अपनी सामर्थ्य का एहसास कराया है। उन्होंने दावा किया कि महामारी के दौरान भारत किसी पर निर्भर नहीं रहा, बल्कि उसने संक्रमण के खिलाफ लड़ाई में दुनिया भर की मदद की है।
गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के सिद्धांत के तहत पहले 150 से ज्यादा देशों की दवाओं से मदद की और बाद में 75 से ज्यादा देशों को भारत से कोविड-19 के टीके की आपूर्ति की जा रही है। गोयल ने कहा, ‘भारत के लोगों की यही सोच और मजूबती है कि हम अपनी सुरक्षा करते हुए हमेशा दुनिया का ख्याल रखते हैं।’ उन्होंने कहा कि तिरुपति बालाजी ने कोविड-19 के दौरान हमें आशीर्वाद दिया और दुनिया की सेवा करने के लिए प्रोत्साहित किया।
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