केरल में कोरोना के मामले फिर से बढ़ रहे हैं और सोमवार को ही 111 नए केस रिपोर्ट हुए हैं। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, अब राज्य में इलाज कराने वाले मरीजों की संख्या 1,634 हो गई है। इसके साथ ही, कोरोना के कारण एक व्यक्ति की मौत भी हुई है। इसके परिणामस्वरूप, तीन सालों में केरल में कोरोना से मरने वालों की संख्या 72,753 हो गई है। केंद्र सरकार ने लोगों से सतर्क रहने की सलाह दी है और नए जेएन.1 वैरिएंट के लिए निगरानी बनाए रखने का आदान-प्रदान बताया है।
केरल और तमिलनाडु का किया जिक्र
केन्द्रीय स्वास्थ्य सचिव सुधांश पंत ने राज्यों को लिखे गए पत्र में इस बढ़ती हुई स्थिति के सामने चुनौती का सामना करने और तेजी से प्रतिक्रिया करने के लिए सावधानी बरतने का आदान-प्रदान किया है। उन्होंने राज्यों से जांच की संख्या बढ़ाने और नए स्वरूप को पहचानने के लिए सभी स्वास्थ्य सुविधाओं को इन्फ्लुएंजा और गंभीर तीव्र श्वसन बीमारी के जिलों की नियमित आधार पर निगरानी करने का आदान-प्रदान किया है।
राज्यों को क्या सलाह दी?
केरल के अलावा, पंत ने कुछ और राज्यों में भी कोरोना के मामलों की वृद्धि की बात की है और नए जेएन.1 वैरिएंट के पहले मामले की रिपोर्टिंग को लेकर तत्पर रहने की अपील की है। उन्होंने सभी राज्यों को आरटी-पीसीआर और एंटीजन जांच की हिस्सेदारी को बढ़ाने के लिए सुझाव दिया है, ताकि संक्रमित व्यक्तियों को जल्दी पहचाना जा सके।
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