भारत में 5000 करोड़ की हेरोइन लाने वाले तालिबानी गिरोह का भंडाफोड़, एसे हुआ खुलासा

आरोपी अफगानिस्तान में हेरोइन को केमिकल में डालकर उसका घोल बनाते थे।
दिल्ली। 120 दिन तक चले लंबे ऑपरेशन के बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल ने अफगानिस्तान-पाकिस्तान के बड़े ड्रग गिरोह का पर्दाफाश किया है जो तालिबानी नेताओं और उनके पाकिस्तानी आकाओं द्वारा संभाला जाता है। यह सफलता पुलिस को तब मिली जब दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने 600 करोड़ की 150 किलो हेरोइन के साथ 5 लोगों को गिरफ्तार किया।

पुलिस के मुताबिक आरोपी अफगानिस्तान में हेरोइन को केमिकल में डालकर उसका घोल बना लेते थे। इसके बाद घोल में जूट की बोरी डाल देते थे। बोरी पूरे घोल को सोख लेती थी। इसके बाद आरोपी इस बोरी में हींग आदि मसाला भारत भेजते थे। मसाला होने की वजह से हेरोइन की स्मैल किसी को नहीं आती थी।

बोरी से मसाला निकलने के बाद आरोपी बोरी को जामिया नगर स्थित यूनिट में ले जाकर विशेष तरीके के केमिकल में डालते थे। केमिकल फिर से हेरोइन को सोख लेता था। फिर इस घोल को दूसरे केमिकल डालकर सुखाते थे। इसके बाद हेरोइन फिर से बन जाती थी।

एक अनुमान के अनुसार यह गिरोह अब तक भारत में 5000 करोड़ की हेरोइन भेज चुका है। स्पेशल सेल के डीसीपी मनीषी चंद्रा ने बताया कि एसीपी ललित मोहन नेगी व हृदय भूषण की टीम को पिछले कुछ महीनों से सूचना मिल रही थी कि जामिया नगर इलाके से रात बारह बजे के बाद लग्जरी कारों का एक काफिला निकालता है।

17 जुलाई को स्पेशल सेल को सूचना मिली थी

इन पर लगातार नजर रखने के बाद 17 जुलाई को स्पेशल सेल को सूचना मिली कि कारों का काफिला लाजपत नगर इलाके में आएगा। इस पर पुलिस ने आश्रम चौक पर घेराबंदी कर अलग-अलग कारों में घूम रहे बल्लभगढ़, हरियाणा निवासी धीरज उर्फ दीपक और महारानी बाग, दिल्ली निवासी रईस खान को पकड़ लिया।

दोनों की कारों से 30-30 किलो हेरोइन बरामद की गई, जो  कि पिछली सीट के नीचे बनी विशेष जगहों पर छिपाकर रखी हुई थी। इनसे पूछताछ के बाद पुलिस ने जाकिर नगर में दबिश दी और वहां से दो अफगान नागरिक शिनवारी रहमत गुल और अख्तर मोहम्मद शिनवारी को गिरफ्तार कर लिया।

यहां पर आरोपियों ने केमिकल के जरिये हेरोइन को फिर से तैयार करने की यूनिट लगा रखी थी। इस यूनिट से 60 किलो हेरोइन बरामद की गई। यूनिट के बाहर से पांचवें आरोपी जामिया नगर निवासी वकील अहमद को गिरफ्तार कर लिया। उसने अपनी कार में 30 किलो हेरोइन छिपा रखी थी।

पुलिस ने यूनिट से हेरोइन को फिर से तैयार करने के उपकरण, केमिकल व चार लग्जरी कारें बरामद की हैं। इसके अलावा आरोपियों के कब्जे से दो सेमी ऑटोमेटिक पिस्टल और 20 कारतूस बरामद किए गए हैं। पुलिस मौके की फोरेंसिक जांच करवाएगी।

आरोपी अफगानिस्तान से ऐसे लोते थे हेरोइन

स्पेशल सेल के पुलिस अधिकारियों के अनुसार आरोपी अफगानिस्तान में हेरोइन को केमिकल में डालकर उसका घोल बना लेते थे। इसके बाद घोल में जूट की बोरी डाल देते थे। बोरी पूरे घोल को सोख लेती थी। इसके बाद आरोपी इस बोरी में हींग आदि मसाला भारत भेजते थे।

मसाला होने की वजह से हेरोइन की स्मैल किसी को नहीं आती थी। बोरी से मसाला निकलने के बाद आरोपी बोरी को जामिया नगर स्थित यूनिट में ले जाकर विशेष तरीके के केमिकल में डालते थे।

केमिकल फिर से हेरोइन को सोख लेता था। फिर इस घोल को दूसरे केमिकल डालकर सुखाते थे। इसके बाद हेरोइन फिर से बन जाती थी। स्पेशल सेल के पुलिस अधिकारियों के अनुसार दूसरे देश से हेरोइन लाने का यह तरीका पहली बार सामने आया है।

रहमत गुल को यूनिट के लिए विशेष रूप से बुलाया गया था
पुलिस अधिकारियों के अनुसार शिनवारी रहमत गुल(30) लगातार भारत आता रहता था। उसे अफगानिस्तान की हेरोइन फैक्टरी में काम करने का अनुभव है। इस सिंडिकेट ने उसे यूनिट में फिर से हेरोइन तैयार करने के लिए भारत बुलाया गया था। अख्तर उसकी सहायता करता था। धीरज एक्सपर्ट ड्राइवर था। बाकी दोनों हेरोइन सप्लाई करते थे।

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