यूनिक समय मथुरा। जिलाधिकारी शैलेन्द्र सिंह सोमवार को प्रेरणा एप से जुड़े नगर निगम क्षेत्र के पांच प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक स्कूलों का निरीक्षण करने के लिए पहुंचे। श्री सिंह इन स्कूलों में अपनी पुरानी यादें ताजा करते हुए शिक्षक की भूमिका में नजर आए। बच्चों से हिन्दी, गणित, अंग्रेजी सवाल पूछे। जिनका उत्तर बच्चों ने पूरी निर्भिकता से दिया। उनके जवाबों से डीएम संतुष्ट नजर आए। उन्होंने कक्षाओं में जाकर बच्चों को गणित के सवाल भी दिए।
डीएम प्राथमिक विद्यालय माधोपुर विकास खंड मथुरा, प्राथमिक विद्यालय दामोदरपुरा विकास खंड मथुरा, न्याय पंचायत स्तरीय प्राथमिक विद्यालय औरंगाबाद, पूर्व माध्यमिक विद्यालय औरंगाबाद, प्राथमिक विद्यालय औरंगाबाद द्वितीय विकास खंड मथुरा तथा प्राथमिक विद्यालय पुलिस लाइन में पहुंचे। डीएम के स्कूलों में आने से बच्चे चौंक गए। पहले तो बच्चों ने समझा कोई नया अध्यापक आया है। बच्चों के स्कूलों में संचालित आंगनबाड़ी केंद्र का जिलाधिकारी ने निरीक्षण कर शिक्षा की गुणवक्त्ता तथा अन्य विषयक की जानकारी ली।
डीएम के निर्देश – Mathura News
उन्होंने निर्देश दिए कि जिन बच्चों को सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जा रही यूनिफॉर्म, किताबें व जूते आदि नहीं मिले हैं उनको समय से उपलब्ध कराये जाएं।डीएम ने अध्यापकों से कहा कि प्रत्येक बच्चे के जीवन में शिक्षा व स्वास्थ्य अति महत्वपूर्ण है। इसके दो पहलू हैं, इसलिए शिक्षा के स्तर में किसी प्रकार की लापरवाही ना हो। बच्चों को अच्छे से अच्छी शिक्षा उपलब्ध हो, उनके शैक्षणिक व बौद्धिक स्तर में सुधार हो, ताकि वह भविष्य में एक सफल नागरिक बन सके व देश प्रदेश के निर्माण में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सकें। उन्होंने कहा कि भावी पीढ़ी देश का भविष्य है।
प्रेरणा एप
डीएम ने बताया कि शिक्षा विभाग में प्रेरणा एप के प्रयोग के लिए अनिवार्यता बढ़ती जा रही है। शिक्षकों को अपनी मौजूदगी के लिए हर हाल में अब इस एप की मदद लेनी पड़ रही है। नई व्यवस्था में हाजिरी से लेकर निरीक्षण तक सब कुछ प्रेरणा एप के जरिए अपलोड करना है। बिना अपलोड किए कोई भी रिपोर्ट मान्य नहीं होगी । प्रेरणा एप को लेकर जिलाधिकारी ने सभी शिक्षकों को निर्देश जारी किए कि जिसमें उनसे हर विद्यालय के निरीक्षण की रिपोर्ट एप के जरिए ही अपलोड करनी होगी। निरीक्षण आख्या प्रेरणा एप पर अपलोड किए जाने के बाद ही मान्य होगी।
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