मथुरा। जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रचना गुप्ता ने रेलवे कालोनी स्थित तालाब में गंबूसिया मछलियां डालीं। यह मछली डेंगू और मलेरिया के लार्वा को खाकर उनके प्रजनन को रोकती है, जिससे विभिन्न बीमारियों में अंकुश लाया जा सकता है। यह मछली एक बार में 100 से 200 बच्चे देती हैं।
श्री चहल ने बताया कि गंबूसिया मछली के पैकेट सभी ब्लॉक के प्रभावित गाांव में डाल दिया गया है, जिससे मच्छरों की पैदाइश को रोका जा सके। इन मछलियों को बदायूं से लाया गया है, इसके लिये फैमिली हेल्थ इंडिया, एम्बेड से लखनऊ शासन द्वारा दुर्गेश अग्रवाल को मथुरा भेजा गया, जिसमें गांव में लोगो को जागरूक, सोर्स रिडक्शन का कार्य किया गया एवं सभी प्रभावित गाँव के तालाबों में मछलियों की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है।
इस मछली को लोग कहीं भी किसी भी प्रकार के तालाब, गड्ढे, नाली या गटर में डाल सकते हैं, जो मच्छर के लार्वा को खा जाएगी। इस मछली का मुख्य भोजन मच्छरों का लार्वा है। इस मछली की सबसे खास बात ये है कि यह अंडे नहीं देती, बल्कि बच्चे देती है। पानी पर अंडे देने वाले मच्छरों के लार्वा को ही मच्छर पैदा होने से पहले ही यह मछली चट कर जाएगी और मच्छरों की बढ़ती तादाद पर रोक लगेगी। एक गम्बूसिया मछली 24 घंटे में 100 से 300 लार्वा खा सकती है तथा गम्बूसिया मछली को ग्रो होने में 3 से 6 महीने का टाइम लगता है।
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