25 सौ रूपए में हेलीकाप्टर से करिए ब्रज और ताज के संग अयोध्या में दीपोत्सव व वाराणसी के गंगा दर्शन

helicopter

प्रदेश में पहली बार मथुरा और आगरा के बीच हेलीपोर्ट सेवा का संचालन जल्द शुरू होगा। वहीं लखनऊ से नैमिषारण्य और दुधवा नेशनल पार्क के लिए भी हेलीपोर्ट सेवा शुरू करने की तैयारी है। वहीं अयोध्या में छठवें दीपोत्सव मेला को खास बनाने की तैयारियां तेज हो गई हैं। इस दीपोत्सव में अयोध्या आने वाले तीर्थयात्रियों को हेलीकॉप्टर सेवा सुलभ कराने की तैयारी कर ली गई है। श्रीराम एयरपोर्ट के निर्माण में अभी समय लगेगा, ऐसे में लखनऊ से शुरू होने वाली हेलीकॉप्टर सेवा रामकथा पार्क के निकट अतिरिक्त हेलीपैड बनाकर प्रभावी की जाएगी।
पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि पर्यटन विभाग ने मथुरा और आगरा के बीच हेलीपोर्ट सेवा के लिए निविदा आमंत्रित की थी। तकनीकी निविदा में फ्लाई ब्लेड, राजस एडवेंचर, ओएसिस, शौर्या ऐयरोनाटिक्स, श्रीरिशा टेक्नोलॉजी को चयनित किया है। इन कंपनियों की वित्तीय निविदा खोलने के बाद चयनित होने वाली कंपनियों पर कैबिनेट मुहर लगाएगी। उन्होंने बताया कि फ्लाई ब्लेड महराष्ट्र के शिर्डी में हवाई सेवा का संचालन और राजस एडवेंचर गुजरात में सी प्लेन का संचालन करती है।
वहीं पर्यटन विभाग के उपनिदेशक आरपी यादव ने बताया कि दीपोत्सव में आधुनिक पुष्पक विमान से भगवान राम के स्वरूप यहां लाए जा रहे हैं। बताया गया कि उत्तर प्रदेश सरकार, पवन हंस के साथ मिलकर इस योजना पर 2017-18 से विचार विमर्श कर रही थी। इस योजना के तहत पवन हंस और योगी सरकार के बीच चार क्षेत्रों को लेकर ड्राफ्ट तैयार हुए हैं। इस ड्राफ्ट में गंगा दर्शन (वाराणसी), गोवर्धन परिक्रमा (मथुरा-वृदांवन), त्रिवेणी दर्शन (इलाहाबाद) और अयोध्या दर्शन शामिल है। पवन हंस थ्री सिंगल इंजन लाइट हेलिकाप्टर भेजेगा, जिसमें पायलट के अलावा पांच सीटें रहेंगी। सभी धर्म स्थलों की यात्रा का प्रति व्यक्ति किराया 25 सौ रूपए है और चारों स्थलों के दर्शन का खर्च दस हजार आएगा।

ड्रोन शो को सुरक्षा एजेंसियों की हरी झंडी तो हवाई सेवा भी तय

दीपोत्सव में ड्रोन शो कराने की तैयारी प्रदेश सरकार पिछले साल से कर रही है लेकिन सुरक्षा का पेंच फंसा है। यदि इस शो को सुरक्षा एजेंसियों की हरीझंडी मिली तो हवाई सेवा का मसौदे को भी फाइनल कर दिया जाएगा। फिलहाल सीआरपीएफ और अन्य सुरक्षा एजेंसियों से संपर्क साधा गया है। इस ज्वॉइंट वेंचर के लिए पवन हंस और उ.प्र. टूरिज्म डेवलपमेंट कारपोरेशन दोनों 25 करोड़ रुपये खर्च करेंगी। इसके अलावा राज्य सरकार की ओर से कम से कम 50 घंटे के लिए उड़ाने भरने की बात हो रही है। मसौदे के मुताबिक क्रू की देखभाल, फ्यूल स्टॉक और सुरक्षा का जिम्मा पवन हंस का रहेगा। इसके साथ उड़ानों के टेक-ऑफ और लैडिंग के लिए अतिरिक्त हेलिपैड भी तैयार किए जाने हैं।

सवा करोड़ विदेशी पर्यटक आए

पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि 2017 से 2021 तक प्रदेश में पर्यटकों की संख्या में 27 फीसदी का इजाफा हुआ है। प्रदेश में 125 करोड़ से अधिक भारतीय पर्यटक और सवा करोड़ से अधिक विदेशी पर्यटक आए हैं। प्रदेश में होटलों और कमरों की संख्या में भी इजाफा हुआ है और साढ़े चार हजार कमरे भी बढ़े हैं। ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी थ्री में 575 करोड़ की 23 परियोजनाएं धरातल पर उतर रही हैं। प्रदेश में बीते पांच वर्षों में पर्यटन के क्षेत्र में निवेश में वृद्धि हुई है। पर्यटन विकास की करीब तीन हजार करोड़ रुपए की 1084 परियोजनाएं धरातल पर उतरी हैं। जीबीसी-3 में करीब डेढ़ सौ करोड़ की लागत से गोरखपुर में तीन नए होटल की नींव रखी गई है। बरेली में 70 करोड़ की लागत से तीन होटल, मेरठ में 94 करोड़ की लागत से वेलनेस टूरिज्म और आगरा में 66 करोड़ की लागत से ताज होटल और कन्वेंशन सेंटर बनने जा रहा है।

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