राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को कहा कि राज्य में अगले तीन महीनों में पीने के पानी की मांग बढ़ने की उम्मीद है क्योंकि तापमान बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा कि इसे देखते हुए जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग (पीएचईडी) और सभी जिला कलेक्टर सुचारू जलापूर्ति के लिए उपलब्ध संसाधनों का व्यवस्थित प्रबंधन सुनिश्चित करें.
गहलोत ने एक बयान में कहा कि पीएचईडी, बिजली विभाग और पुलिस प्रशासन को समन्वय से काम करना चाहिए ताकि पेयजल आपूर्ति की समस्या गंभीर न हो और कानून व्यवस्था प्रभावित न हो.
मुख्यमंत्री ने राज्य में पेयजल आपूर्ति व्यवस्था की समीक्षा करते हुए निर्देश जारी किये.
उन्होंने कहा कि जिला कलेक्टर पेयजल व्यवस्था के लिए ‘आपातकालीन योजना’ के तहत आवश्यक स्वीकृतियां शीघ्र जारी करें और हैंडपंपों व नलकूपों की मरम्मत का कार्य पूरा करें.
गहलोत ने कहा कि अगर कहीं पेयजल संकट आता है तो उन्हें भी इससे निपटने के इंतजाम करने चाहिए।
उन्होंने अधिकारियों को पेयजल संबंधी शिकायतों की प्रभावी निगरानी सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री ने पीएचईडी को अप्रैल से अगस्त तक 421 किराए के वाहन लेने और पेयजल आपूर्ति के लिए 2500 ठेका कर्मियों को नियुक्त करने की मंजूरी दी।
उन्होंने अधिकारियों को जलापूर्ति की प्रभावी व्यवस्था के लिए बजट में की गई घोषणाओं को समयबद्ध तरीके से पूरा करने का भी निर्देश दिया।
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