दुबई। दुबई में 14 से 18 नवंबर तक आयोजित दुनिया के सबसे बड़े एयर शो के आखिरी दिन भारतीय एयरफोर्स के लड़ाकू विमानों; खासकर सूर्यकिरण की एरोबेटिक्स टीम ने संयुक्त अरब अमीरात की अल फ़ुरसन डिस्प्ले टीम के साथ मिलकर एक आकर्षक संयुक्त फ्लाईपास्ट प्रदर्शन किया। सूर्यकिरण टीम के नौ हॉक-132 विमानों ने अल फुरसान के सात एर्मैची एमबी-339 विमानों के साथ प्रदर्शन के दौरान दुबई के महत्वपूर्ण स्थलों जैसे बुर्ज खलीफा, पाम जुमेराह और बुर्ज अल अरब पर उड़ान भरी, जो दोनों वायु सेनाओं के बीच गहरे संबंधों तथा सौहार्द्र को दर्शाता है।
एयर शो के आखिरी दिन सूर्यकिरण ने दोपहर के बाद एरोबेटिक्स प्रदर्शन में भाग लिया, जिसे दर्शकों ने बेहद सराहा। विमान ने अपनी चपलता और बहुमुखी प्रतिभा का परिचय देते हुए सहजता से युद्धाभ्यास किया; यह तेजी से प्राप्त की गई प्रसिद्धि का साक्षी है, जिसे इसने हाल के दिनों में हासिल किया है।
बता दें कि इंडियन एयर फोर्स(AIF) के लड़ाकू विमानों तेजस, सूर्यकिरण और सारंग ने एयर शो में अदम्य साहस का ऐसा प्रदर्शन किया कि दुनिया दंग रह गई।
बता दें कि 14 नवंबर से शुरू हुआ था, जो 18 नवंबर तक चला। इस शो के तहत दुबई वर्ल्ड सेंट्रल और अल मकतूम एयरपोर्ट पर प्रदर्शन किया गया।
यह शो पहली बार 1989 में शुरू हुआ था। इसे दुनिया का सबसे बड़ा एयर शो माना जाता है। इस बार इसमें 370 से अधिक नए विमान और 150 देशों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। इजराइल इसमें पहली बार शामिल हुआ था।
Dubai Airshow में भारतीय कैंप में डीआरडीओ, एचएएल और भारत डायनामिक लिमिटेड के प्रतिनिधि पहुंचे थे। भारतीय डिफेंस इंडस्ट्री की तरफ से एचएएल के विपिन मेनन ने बताया कि भारत सरकार ने स्वदेशी हथियारों को वैश्विक बाजार में उतारने का का अभूतपूर्व फैसला किया है।
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