वैज्ञानिक भी नहीं सुलझा सके रहस्य: इस गांव में गुजरते ही चिड़ियों की हो जाती है मौत, तीन महीने ज्यादा खतरनाक

नई दिल्ली। कोई चिड़िया उड़ते-उड़ते जमीन पर गिरे और उसकी मौत हो जाए। आप इसे गंभीर नहीं मानेंगे, मगर ऐसे ज्यादातर केस सामने आएं, लगातार आएं और एक निश्चित जगह पर आएं, तो चाैंकना लाजिमी है। यह कोई कहानी या किस्सा नहीं है बल्कि सच्ची घटना है और वह भी मामला विदेश का नहीं, भारत का है।

हैरान करने वाली यह अजब-गजब घटना भारत के असम राज्य के बोरेल पहाड़ियों के पास बसे जतिंगा गांव की है। यहां चिड़िया अपने उड़ने की तेज गति की वजह से जान गंवा देती है। यह बिल्कुल सच है कि चिड़िया इस गांव में जब उड़ती है तो तेज गति उसकी मौत की वजह बन जाती है।

लोगों में ऐसी चर्चा रहती है कि यहां पर भूत-प्रेत हैं, जिन्हें चिड़िया का उड़ना पसंद नहीं, मगर ऐसा नहीं है। यह जगह चिड़ियों के सुसाइड प्वाइंट नाम से मशहूर हो गई है। दावा किया जाता है कि यहां चिड़िया की उड़ने की तेज गति उसकी जान की दुश्मन बन जाती है। चिड़िया यहां स्पीड में उड़ती है और इस दौरान किसी इमारत या फिर पेड़ से उसकी टक्कर हो जाती है, जिसकी वजह से उसकी मौत हो जाती है।

यही नहीं, दावा यह भी किया जाता है कि कई चिड़िया टकराने से गंभीर रूप से घायल हो जाती हैं। उनकी मौत तो नहीं होती, मगर फिर कभी वे उड़ने लायक नहीं होती और बिना उड़े उनकी हालत धीरे-धीरे खराब होती जाती है। बाद में उनकी मौत हो जाती है। दावा यह भी किया जाता है कि यह घटना हर साल सितंबर महीने से नवंबर महीने के बीच अधिक होती है। वह भी शाम को सात बजे से रात दस बजे के बीच यह अक्सर होता है।

दरअसल, जतिंगा काफी ऊंचाई और दुर्गम जगह पर बसा गांव है। हर साल लगभग 9 महीने के लिए यह गांव राज्य के दूसरे हिस्से से कट जाता है। लोग यहां आ-जा नहीं सकते। वहीं, विशेषज्ञों का दावा है कि यहां चुबंबकीय शक्तियां यानी मैग्नेटिक फोर्स अधिक है। साथ ही, यहां धुंध खूब छाई रहती है। तेज हवाओं की वजह से भी चिड़िया की उड़ने की गति बढ़ जाती है और पेड़, पहाड़ या फिर इमरातों से टकराकर वे नीचे गिरती हैं और घायल होकर मर जाती हैं।

 

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