यूनिक समय, नई दिल्ली। जमात-उद-दावा के डिप्टी चीफ और कुख्यात आतंकी हाफिज अब्दुल रहमान मक्की का आज निधन हो गया। मक्की को शुक्रवार को दिल का दौरा पड़ा, जिसके कारण लाहौर के एक निजी अस्पताल में उसकी मौत हो गई। मक्की, हाफिज सईद का बहनोई और उसका करीबी सहयोगी था। जमात-उद-दावा ने उसकी मौत की पुष्टि करते हुए एक बयान जारी किया है।
आतंकी संगठन के मुताबिक, मक्की लंबे समय से बीमार था और डायबिटीज से जूझ रहा था। उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उसे दिल का दौरा पड़ा। भारत लंबे समय से मक्की के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहा था, लेकिन पाकिस्तान ने उसे बचाने की कोशिशें जारी रखीं। 2020 में टेरर फाइनेंसिंग के आरोप में पाकिस्तान की एंटी टेररिज्म कोर्ट ने मक्की को मात्र छह महीने की सजा दी थी।
हाफिज अब्दुल रहमान मक्की को जमात-उद-दावा की गतिविधियों का संचालन करने वाला मुख्य व्यक्ति माना जाता था, लेकिन उसने हमेशा लो-प्रोफाइल बनाए रखा। 2023 में संयुक्त राष्ट्र ने मक्की को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित करते हुए उसके यात्रा और संपत्ति पर प्रतिबंध लगाए थे। इसके बावजूद, वह पाकिस्तान में खुलेआम घूमता रहा।
मक्की पर भारत में कई बड़े आतंकी हमलों की साजिश रचने का आरोप था। इनमें 2000 में लाल किले पर हमला, 2018 में श्रीनगर और बारामूला हमले शामिल हैं। बारामूला में 2018 में मक्की द्वारा कराए गए हमले में तीन नागरिक मारे गए थे, जबकि श्रीनगर हमले में वरिष्ठ पत्रकार शुजात बुखारी और उनके दो सहयोगियों की हत्या कर दी गई थी। मक्की, लश्कर-ए-तैयबा का पूर्व सदस्य था, जिसका संस्थापक हाफिज सईद है।
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