किसानों का दिल्ली कूच रोकने के लिए केंद्र सरकार और किसान नेताओं के बीच सोमवार देर रात तक चली मैराथन बैठक में फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी पर बात अटक गई। दिल्ली से सटी सभी सीमाओं को सील कर दिया गया है।
किसान आंदोलन को लेकर सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया ने बार एसोसिएशन की चिट्ठी पर टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि ट्रैफिक की परेशानी हो तो मुझे बताएं। सीजेआई को चिट्ठी लिख कार्रवाई की मांग की है।
दिल्ली में किसानों के मार्च के बीच दिल्ली के चिल्ला बॉर्डर पर ट्रैफिक जमा हो गया है। सड़क पर गाड़ियों की लंबी कतार देखने को मिल रही है। ट्रैफिक की रफ्तार भी थम गई है।
किसान आंदोलन के चलते केंद्रीय सचिवालय मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर-2 को शाम तक बंद कर दिया गया है। आंदोलन के आह्वान के मद्देनजर दिल्ली में कई स्थानों पर सुरक्षा तैनात की गई है। पूरी दिल्ली में धारा 144 लागू कर दी गई है। किसानों के दिल्ली मार्च को देखते हुए झड़ौदा बॉर्डर पर दिल्ली पुलिस के साथ सुरक्षा बलों के जवान भी तैनात हैं। पुलिस के जवान प्रदर्शन से पहले अपने अपने उपकरण लेते हुए दिख रहे हैं।
राजधानी दिल्ली में किसानों के मार्च को देखते हुए हरियाणा पुलिस ने अंबाला के पास शंभू बॉर्डर पर आंसू गैस के गोले छोड़ने वाले ड्रोन सिस्टम का परीक्षण किया है। दिल्ली के टिकरी, झड़ौदा और सिंघु बॉर्डर पर किसान मार्च को देते हुए सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ा दिया गया है। आज किसानों का अपनी मांगों को लेकर दिल्ली कूच है।
किसान मार्च को लेकर दिल्ली एयरपोर्ट की ओर से कहा गया है कि दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर आज से शुरू होने वाले किसानों के आंदोलन के कारण यातायात प्रभावित रहेगा। कई मार्गों में परिवर्तन किए गए हैं। वाणिज्यिक वाहनों के लिए यातायात प्रतिबंध और परिवर्तन 12 फरवरी से लागू हो चुके हैं। इसलिए समय पर एयरपोर्ट पहुंचने और यात्रा को आसान करने के लिए सुविधाजनक परिवहन विकल्पों के लिए टर्मिनल 1 (टी1) के लिए मैजेंटा लाइन या टर्मिनल 3 (टी3) के लिए एयरपोर्ट मेट्रो का उपयोग कर सकते हैं। दिल्ली में आज किसानों घोषित मार्च के मद्देनजर सभी बॉर्डरों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
किसानों की ये प्रमुख मांगें
सभी फसलों की एमएसपी की कानूनी गारंटी की मांग
किसानों और खेत मजदूरों की कर्जमाफी की मांग
लखीमपुर खीरी में जान गंवाने वाले किसानों को इंसाफ और आशीष मिश्रा की जमानत रद्द कर सभी दोषियों को सजा की मांग
लखीमपुर खीरी कांड में घायल सभी किसानों को वादे के मुताबिक 10 लाख रुपये मुआवजे की मांग
किसान आंदोलन के दौरान दर्ज केस रद्द करने की मांग
पिछले आंदोलन में जान गंवाने वाले किसानों के आश्रितों को नौकरी
200 दिन मनरेगा की दिहाड़ी मिले
700 रुपये प्रतिदिन मजदूरी की मांग
फसल बीमा सरकार खुद करे
किसान और मजदूर को 60 साल होने पर 10 हजार रुपये महीना मिले
विश्व व्यापार संगठन से खेती को बाहर किया जाए
दिल्ली पुलिस ने भी मोर्चा संभाल लिया है। राष्ट्रीय राजधानी को छावनी में बदल दिया गया है। सोमवार से 30 दिन के लिए पूरी दिल्ली में धारा 144 लगा दी गई है। कुंडली-सिंघु, टीकरी और गाजीपुर समेत सभी सीमाओं की किलेबंदी कर दी गई है।
केंद्रीय मंत्रियों के साथ किसानों की बैठक के बाद किसान मजदूर मोर्चा (केएमएम) के संयोजक सरवन सिंह पंढेर ने कहा, ‘सरकार के पास कोई प्रस्ताव नहीं है, वे बस समय निकालना चाहते हैं। हम लोगों ने पूरी कोशिश की है कि हम मंत्रियों से लंबी बातचीत करें और कोई निर्णय निकले लेकिन ऐसा कुछ हुआ नहीं।’
केंद्रीय मंत्रियों और किसान नेताओं के बीच बैठक पर किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल ने कहा, ‘काफी देर तक बैठक चली, हर मांग पर चर्चा हुई लेकिन ये मांगें नहीं थीं, यह अलग-अलग समय पर सरकार द्वारा की गई प्रतिबद्धताएं थीं।’
केंद्रीय मंत्रियों और किसान नेताओं के बीच बैठक पर केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा, ‘किसान संगठनों के साथ गंभीरता से बातचीत हुई। सरकार हमेशा चाहती है कि बातचीत के माध्यम से समाधान निकले। अधिकांश विषयों पर हम सहमति तक पहुंचे लेकिन कुछ विषयों पर हमने स्थाई समाधान के लिए कमेटी बनाने को कहा। हम अभी भी मानते हैं कि किसी भी समस्या का समाधान बातचीत से हो सकता है। हम आशान्वित है कि आगे बातचीत के जरिए हम समाधान निकाल लेंगे।’किसान संगठनों व्दारा बुलाए गए ‘दिल्ली चलो’ विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर गाजीपुर बॉर्डर पर बैरिकेडिंग की गई है।
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