ब्यूरो प्रमुख
लखनऊ । स्मार्ट मीटर फीडबैक में पहले दिन का रुझान आया सामने आ गया है। इसमें 61 प्रतिशत उपभोक्ताओं ने स्मार्ट मीटर को फेल बताया है। पहले दिन 2230 उपभोक्ताओं से स्मार्ट मीटर के बारे में फीडबैक लिया गया। ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा के निर्देश पर स्मार्ट मीटर के बारे में उपभोक्ताओं से फीडबैक लेने का काम शुरू हुआ है। प्रदेश में करीब 12 लाख स्मार्ट मीटर उपभोक्ता हैं।
अधिकारियों के मुताबिक, पावर कापोर्रेशन के कॉल सेंटर 1912 के माध्यम से भी उपभोक्ताओं से फीडबैक लिया जा रहा है। स्मार्ट मीटर के बारे में उपभोक्ता नाराजगी जाहिर कर रहे हैं। फीडबैक के पहले दिन 61 प्रतिशत उपभोक्ताओं ने स्मार्ट मीटर पर अपनी असंतुष्टि जाहिर करते हुए इसे नकार दिया है, केवल 38 प्रतिशत उपभोक्ता संतुष्टि व्यक्त की है। कुल 2230 उपभोक्ताओं में 1067 ने स्मार्ट मीटर पर नाराजगी जाहिर की, 669 ने संतुष्टि और 6 ने पूर्ण संतुष्टि जाहिर की और 488 उपभोक्ताओं का कोई फीडबैक रिपोर्ट में अंकित नहीं किया गया। वही अभी तक घर-घर जाकर फीडबैक लेने की कोई रिपोर्ट सामने नहीं आई है, जो यह सिद्ध करता है कि आगे मीटर निर्माता कंपनियों व ईईएसएल कोई बड़ा खेल न कर दे। उपभोक्ता परिषद इस पर पूरी नजर बनाए हुए है।
इस प्रकार की रिपोर्ट व फीडबैक सामने आने से बिजली कंपनियों में हड़कंप मच गया है। स्मार्ट मीटर को लेकर जो लोग अभी तक लीपापोती में जुटे थे और मीटर निर्माता कंपनियों को बचा रहे थे, उपभोक्ताओ के विरोध से उन पर कार्रवाई तय मानी जा रही है। राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं से अपील की है कि वो स्मार्ट मीटर से आने वाली सभी समस्याओं व दिक्कतों के बारे मे वेबाक होकर अपनी राय दें। उन्होंने कहा है कि अब वह दिन दूर नहीं जब प्रदेश के 12 लाख उपभोक्ता स्मार्ट मीटर परियोजना का भविष्य तय करेंगे। देश में पहली बार एक ऐसा ऐतिहासिक फैसला प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने लिया है, जिसमे प्रदेश के उपभोक्ताओं की व्यथा को जानने के लिए उपभोक्ता का फीडबैक लिया जा रहा है।
Leave a Reply