
संवाददाता
यूनिक समय, मथुरा कौन कहता है कि हम शुद्ध देशी घी खा रहे हैं या पनीर खा रहे हैं। विश्वास मत करिए, यह बात इसलिए कह रहे हैं कि खाद्य विभाग की टीम ने छापा मारकर शुद्ध देशी के नाम पर बिक रहे नकली देशी के कारखाने का भंडाफोड़ किया तो पाउडर से बनाए जा रहे पनीर बनाने वालों की कलई खोल दी।
खाद्य विभाग की इस कार्रवाई से नकली खाद्य पदार्थ बनाने वालों में हड़कंप मचा है।खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के डीओ डा. गौरी शंकर ने मुखबिर की सूचना पर टीम को सेठबाडा गली क्षेत्र स्थित घी वाले के यहां भेजा। जांच में पता चला कि दुकानदार देशी घी को अपने निर्माण स्थल से बनाकर दुकान पर बिक्री के लिए लाता है। टीम उसके निर्माण स्थल पहुंची तो भौचक्की रह गई। यहां कई ब्रांडेड कंपनियों के बिना बिल के घी के कनकस्तर पाए गए। सुमन ब्रांड का सोयाबीन रिफाइंड भी मिला। उसे मिलाकर देशी बनाकर बेचता था। मौके से देशी घी के दो नमूने लिए गए।
करीब एक कुंतल देशी घी को सील कर दिया गया। डा. गौरीशंकर ने दूसरी टीम मानागढ़ी रोड बाजना भेजी। यहां बिना लाइसेंस के पनीर प्लांट चलता पाया। डेयरी मालिक नौ दो ग्यारह हो गया। कर्मचारियों की देखरेख में कार्रवाई की गई। टीम ने तैयार पनीर, क्रीम और सफेद घोल के नमूने लिए। बताया जाता है कि खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने खाद्य सामग्री बनाने पर रोक लगा दी है। इसी क्षेत्र में एक व्यापारी के यहां से अरहर की दाल, सरसो के तेल समेत अन्य सामान का सैंपिल लिए गए।
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