उनियारा. परिसीमन से पूर्व उनियारा विधानसभा क्षेत्र से छह बार विधायक रहे कांग्रेस नेता एवं पूर्व गृहमंत्री दिग्विजय सिंह का सोमवार रात को जयपुर में निधन हो गया। 76 वर्षिय सिंह पिछले कुछ महिनों से बीमार चल रहे थे। पूर्व गृहमंत्री सिंह के निधन की सूचना पर क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई।
मंगलवार को उनकी पार्थिव देह को यहां उनके पैतिृक निवास गढ़ पैलेस में लाया गया। दोपहर में 1 से 2 बजे तक उनके पार्थिव शरीर को अन्तिम दर्शन के लिए खुले में रखा गया। जहां लोगों ने अपने नेता को भावभिनी श्रद्धांजलि एवं पुष्पांजलि अर्पित की। करीब सवा 2 बजे बैंड बाजों के साथ शवयात्रा रवाना हुई, जो गढ़ रोड, कटला गेट, मुख्य बाजार होती हुई वार्ड नम्बर 2 में छतरियों के मोहल्ले में पूर्व राजठिकाने के क्षार बाग में पहुंची।
जहां मंत्रोच्चार के साथ एवं परम्परा के अनुसार उनका अन्तिम संस्कार किया गया। शवयात्रा को देखने के लिए गढ़ से लेकर क्षार बाग तक मार्ग के दोनों ओर बने मकानों की छतों, फूटपाथों, चबूतरों पर लोगों को हुजूम नजर आया। शवयात्रा के यात्रा के दौरान लोगों ने पुष्पवर्षा भी की।
मुखाग्नि उनके पुत्र पूर्व पालिकाध्यक्ष डॉ.मानवेन्द्र सिंह ने दी। दिग्विजय सिंह के निधन के शोक में कस्बे के बाजार पूरी तरीके से बंद रहे। पुलिस विभाग की गारद ने गार्ड ऑफ ऑनर देते हुए दो चक्र फायर करके सलामी दी।
सिंह का राजनैतिक सफर-पूर्व गृहमंत्री दिग्विजय सिंह का जन्म 23 अप्रेल 1933 में हुआ। उन्होंने प्रारंभिक शिक्षा उनियारा जयपुर में ली। इसके बाद 1956 में महाराजा कॉलेज जयपुर से राजनैतिक विज्ञान में एमए किया। 1957 में ग्राम पंचायत बनेठा के सरपंच एवं 1959 में पंचायत समिति उनियारा के प्रधान चुने गए।
196 2 में उन्होंने पहली बार राज्य विधानसभा का उनियारा विधानसभा क्षेत्र से स्वतंत्र पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा ओर विजयी हुए। इसके बाद 196 7 में स्वतंत्र पार्टी, 1977 में जनता पार्टी, 198 5 में जनता दल, 1990 में जनता दल डी तथा 1998 में कांग्रेस के टिकट पर विजयी होकर विधायक बने।
इस बीच 1977 में पंचायत राज मंत्री रहे। जबकि 1990 में कृषि, पशुपालन एवं डेयरी विकास मंत्री, इसके बाद 1992 में गृहमंत्री रहे। इनके पिता स्वर्गीय सरदार सिंह एवं बड़े भाई रावराजा राजेन्द्र सिंह भी तात्कालिन उनियारा विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने जा चुके है।
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