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यूनिक समय, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों 12 फरवरी को मार्सिले में भारतीय वाणिज्य दूतावास का संयुक्त रूप से उद्घाटन करेंगे। यह दूतावास भूमध्यसागरीय तट पर स्थित मार्सिले शहर में खोला जा रहा है। रणनीतिक रूप से मार्सिले बेहद अहम शहर है और भारत मार्सिले बंदरगाह का उपयोग करने का इच्छुक भी है।
मार्सिले का बंदरगाह फ्रांस का सबसे बड़ा बंदरगाह है और भूमध्य सागर में सबसे बड़े बंदरगाहों में से एक है। यह बंदरगाह फ्रांस के आयात और निर्यात में बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसे यूरोप, अफ्रीका, मध्य पूर्व और एशिया के बीच माल की आवाजाही के लिए प्रवेश द्वार के रूप में भी देखा जाता है।
यह वाणिज्य दूतावास, पेरिस में दूतावास के बाद भारत का दूसरा राजनयिक मिशन है। यह वाणिज्य दूतावास संबंधी सेवाओं में मदद करेगा। वाणिज्य दूतावास से संबंधिक कार्यों के लिए अब लोगों को राजधानी पेरिस तक की यात्रा नहीं करनी पड़ेगी।
पीएम मोदी और मैक्रों प्रथम विश्व युद्ध में लड़ने वाले लगभग 900 भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि भी देंगे। प्रथम विश्व युद्ध के दौरान मार्सिले फ्रांस में भारतीय सैनिकों का बेस था। शहीद भारतीय सैनिकों के सम्मान में एक भारतीय स्मारक का अनावरण फील्ड मार्शल सर विलियम बर्डवुड ने जुलाई 1925 में किया था।
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