नई दिल्ली। दिल्ली में पिछले काफी दिनों से ये चर्चा चल रही है कि पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर बीजेपी से लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं। लेकिन अब गौतम गंभीर ने खुद लोकसभा चुनावों को लेकर चल रही खबरों पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए बड़ा बयान दिया है। लोकसभा चुनाव में भाजपा से टिकट मिलने की अटकलों के बीच गौतम गंभीर ने कहा कि अभी उन्होंने इस बारे में सोचा नहीं है।
उन्होंने कहा, ”पूरी जिंदगी मैं क्रिकेट खेलता रहा। मैंने लोगों से सुना है कि पूर्णकालिक राजनीति इंसान को बदल देती है। मेरी दो छोटी-छोटी बेटियां है और मुझे उनके साथ समय बिताना है। मैंने भी अटकलें सुनी हैं, लेकिन मैं फिलहाल आईपीएल के दौरान स्टार स्पोटर्स पर कमेंट्री कर रहा हूं।” इसके साथ ही गौतम गंभीर ने कहा कि बीसीसीआई या तो पाकिस्तान के साथ सारे क्रिकेट संबंध तोड़ ले या हर स्तर पर उसके साथ खेले, क्योंकि सशर्त प्रतिबंध नहीं हो सकता। पुलवामा आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के साथ हर स्तर पर संबंध तोड़ने की मांग करने वाले गंभीर ने कहा कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) को तय करना है और उसके परिणाम झेलने के लिए तैयार रहना होगा। बता दें कि बीसीसीआई ने आईसीसी से अपील की थी कि आतंक को पनाह देने वाले देशों से ताल्लुक तोड़ लिए जाये लेकिन आईसीसी बोर्ड ने दुबई में हुई बैठक में यह अनुरोध खारिज कर दिया। गंभीर ने इंग्लैंड का हवाला दिया, जिसने राबर्ट मुगाबे सरकार के खिलाफ विरोध के तहत जिम्बाब्वे के साथ राउंड रॉबिन मैच नहीं खेला था। उन्होंने कहा, ”इंग्लैंड ने 2003 में ऐसा किया और वे जिम्बाब्वे नहीं गए। बीसीसीआई अगर पाकिस्तान के खिलाफ नहीं खेलने का फैसला लेता है तो दो अंक गंवाने के लिए मानसिक तौर पर तैयार रहना होगा।” उन्होंने कहा, ”इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं और संभव है कि हम सेमीफाइनल में क्वालीफाई नहीं कर सके। मीडिया को भारतीय टीम को दोष नहीं देना चाहिए अगर वह पाकिस्तान के खिलाफ नहीं खेलती है तो।” यह पूछने पर कि फाइनल में दोनों टीमों की टक्कर होने पर क्या होगा, गंभीर ने कहा कि ऐसे में भारत को फाइनल छोड़ देना चाहिए। उन्होंने कहा, ”दो अंक अहम नहीं है। देश अहम है। जिन 40 जवानों ने शहादत दी, वे क्रिकेट मैच से अधिक महत्वपूर्ण थे।
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