
यूनिक समय, नई दिल्ली। झारखंड के बोकारो स्टील प्लांट में विस्थापितों द्वारा नियोजन की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन के दौरान हुए विवाद के बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई। इस बवाल के बाद बोकारो स्टील प्लांट के मुख्य महाप्रबंधक (एचआर), हरी मोहन झा को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके साथ ही विस्थापितों की सभी मांगों को मान लिया गया है, जिसमें अप्रेंटिस प्रशिक्षुओं के लिए नई नौकरी के अवसर और मृतक के परिवार को मुआवजा देना शामिल है।
बीएसएल प्रबंधन ने घोषणा की है कि जिन अप्रेंटिस ने प्रशिक्षण समाप्त कर लिया है, उन्हें 21 दिनों के भीतर पद प्रदान किया जाएगा और तीन महीने के अंदर सभी को नियुक्ति पत्र जारी किया जाएगा। इसके अलावा, प्लांट के प्रबंधन से डीसी ने यह भी सुनिश्चित करने को कहा है कि प्रशिक्षण के लिए कोचिंग की व्यवस्था की जाए। मृतक प्रेम महतो के परिजनों को 20 लाख रुपये का मुआवजा देने और उनके परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने का वादा किया गया है।
यह घटना 3 अप्रैल को हुई, जब विस्थापितों ने बोकारो स्टील प्लांट के पास प्रदर्शन किया और नियोजन की मांग की। इस प्रदर्शन के दौरान सीआईएसएफ ने लाठीचार्ज किया, जिसमें 26 वर्षीय प्रेम महतो की मौत हो गई और लगभग आधा दर्जन लोग घायल हो गए।
विस्थापितों ने आरोप लगाया कि उनके गांवों की जमीन बोकारो स्टील प्लांट के निर्माण के दौरान अधिग्रहित की गई थी और उन्हें इसके बदले उचित रोजगार के अवसर नहीं मिले। इसके बाद आंदोलन और हिंसक हो गया, जिसमें प्रदर्शनकारियों ने तीन हाइवा वाहनों को आग के हवाले कर दिया और बोकारो स्टील प्लांट के सभी प्रवेश द्वारों को जाम कर दिया। फिलहाल, पुलिस बल स्थिति को काबू में करने की कोशिश कर रहा है, और मामले की जांच जारी है।
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