यूनिक समय, शाहजहांपुर। भारत में प्रतिभाशालियों की कमी नहीं है। जी हां ऐसी ही एक प्रतिभाशाली उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में 15 साल की लड़की प्रार्थना बंद आंखों से अखबार पढ़ लेती है। चौंक गए न! जी हां, ये सच है। 10वीं की छात्रा प्रार्थना ये कमाल कर सभी को हैरान कर देती है। यही नहीं दिमाग की अद्भुत क्षमताओं के जरिए वह आंख बंद कर कलर और नंबर की भी पहचान कर ले रही है। यही नहीं प्रार्थना ने कुछ ही समय मे 14 भाषाओं सीखकर रिकॉर्ड कायम किया है। पूरे शाहजहांपुर में यह बेटी प्रार्थना लोगों के बीच चर्चा का केंद्र बनी हुई है।
शाहजहांपुर के पीडब्लूडी कॉलोनी में रह रही प्रार्थना आंखों पर पट्टियां बांधकर पढ़ने में महारत हासिल कर चुकी है। पिछले 10 वर्षों से वह लगातार अपनी बौद्धिक क्षमताओं के जरिए न केवल आंख बंद कर अखबार किताबें पढ रही है बल्कि कलर और नंबरों की भी पहचान कर रही है। यही नहीं उसके हाथ पर कुछ भी रखने से वह हर चीज की पहचान बड़े आसानी से कर लेती है। प्रार्थना कहती है कि उसने यह अद्भुत क्षमता मिड ब्रेन एक्टिवेशन के जरिए हासिल की है।
दरअसल प्रार्थना को इसकी ट्रेनिंग उनके मां बाप ने दी है। जापानी तकनीकी मिड ब्रेन एक्टिवेशन के जरिए उसने 15 भाषाओं का ज्ञान भी कुछ ही दिनों में हासिल कर लिया है। अब वह हर भाषा को बड़ी आसानी से पढ़कर लोगों को आश्चर्यचकित कर रही है। वहीं दूसरी ओर ब्रेन के डेवलपमेंट से उसने लोगों की अंदर छिपी प्रतिभाओं को भी जानने की क्षमता हासिल कर ली है। प्रार्थना शाहजहांपुर के लिए चमत्कारिक लडकी बन गई है।
क्या है मिड ब्रेन एक्टिवेशन तकनीक
दरअसल मिड ब्रेन एक्टिवेशन की यह तकनीकी जापान में हर बच्चे को सिखाई जाती है ताकि हर बच्चा के दिमाग बचपन से बहुत तेज और शार्प होता जाए। लेकिन भारत में इस तकनीक का विकास अभी नहीं हो पाया है। प्रार्थना का परिवार स्कूलों में अपनी सेवाएं देकर बच्चों में ब्रेन डेवलपमेंट की पहल किए हुए हैं। प्रार्थना के पिता पुनीत और उपमा भटनागर कहते हें कि यदि सरकार इस बैंड डेपलेपमेन्ट के जरिए बच्चों में यह तकनीकी प्रशिक्षण दे तो यहां के बच्चे भी इस तकनीकी के जरिए देश का नाम रोशन कर सकते हैं।
उधर डीएम इन्द विक्रम सिंह ने 10वीं की छात्रा प्रार्थना को अपने ऑफिस में बुलाकर ना केवल उसकी शक्ति को परखा बल्कि उसकी प्रतिभा को देखकर हैरान भी दिखे।
डीएम बोले- हमें अपनी बच्चियों को ऐसे ही प्रेरित करना है
डीएम इंद्र विक्रम सिंह ने कहा कि बच्ची ने अपनी दक्षता से परिचित कराया। इसने कई भाषाओं की जानकारी दी। यही नहीं इसे उन्होंने एक शासनादेश पढ़ने को दिया तो बच्ची ने आंख पर पट्टी होने के बावजूद बिलकुल सही तरीके से पढ़ लिया। ये दीक्षा बच्ची को उनके पिता ने दी है। उन्होंने कहा कि हमें अपने बच्चियों का इसी तरह से आगे लाने के लिए प्रेरित करना है। यही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का मिशन शक्ति कार्यक्रम है।
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