
शिक्षा संवाददाता
यूनिक समय, मथुरा। नई दिल्ली में आयोजित समारोह में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जीएलए विश्वविद्यालय के पीएचडी छात्र डॉ. अनुपम शर्मा को साइंटिस्ट ऑफ द ईयर पुरस्कार से सम्मानित किया। यह पुरस्कार उन्हें देश के लिए अति जटिल जमीन और उपग्रह पर आधारित सिग्नल इंटेलिजेंस प्रणाली की परिकल्पना, अवधारणा और निष्पादन में उनके उत्कृष्ट शोध एवं योगदान के लिए दिया गया है।
डॉ. शर्मा ने विश्वविद्यालय से अपनी पीएचडी के दौरान इंपलीमेंशन ऑफ एडवांस फ्रीक्यूऐंसी एंड टाइम डिफरेंस ऑफ एराइवल जिओलोकेषन टेक्निक ऑन डाइवर्स प्लेटफॉर्म विषय पर अपने रिसर्च में उन्होंने हमारी रक्षा और सेनाओं के लिए एक अत्याधिक महत्वपूर्ण प्रणाली अपनायी है। इसका प्रयोग दुश्मन के बारे में सटीक जानकारी एकत्रित करने के लिए किया जाता है।
डीआरडीओ द्वारा आयोजित इस पुरस्कार समारोह में रक्षा मंत्री ने देश के लिए योगदान और रक्षा सेवाओं के लिए कई प्रख्यात वैज्ञानिकों, उद्योगों, शिक्षाविदों को सम्मानित किया । इस मौके पर रक्षा राज्य मंत्री श्रीपाद येसो नाइक, सीडीएस जनरल बिपिन रावत, रक्षा आर एंडडी के सचिव और डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ. जी सतीश रेड्डी, नौसेना प्रमुख, वायु सेना प्रमुख, थल सेना प्रमुख आदि उपस्थित थे। गौरतलब है कि डॉ. अनुपम हैदराबाद स्थित डीआरडीओ की कार्यशाला में उत्कृष्ट वैज्ञानिक एवं सहायक निदेशक के पद पर कार्यरत हैं। विवि के डीन रिसर्च प्रो. अनिरूद्ध प्रधान एवं एसोसिएट डीन रिसर्च प्रो. कमल शर्मा ने खुशी जाहिर की।
जीएलए के प्रतिकुलाधिपति प्रो. दुर्ग सिंह चौहान एवं विभागीय प्रोफेसर डॉ. चारूल भटनागर के दिशा निर्देशन में जीएलए कम्प्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग में अपनी पीएचडी के दौरान डॉ. अनुपम ने फ्रीक्यूएंसी एंड टाइम डिफरेंस ऑफ एराइवल एल्गोरिथ्म एंड परफार्मेंस एनालिसिस पर उत्कृष्ट शोध किया।
Leave a Reply