नई दिल्ली। भारत की अर्थव्यवस्था सुस्त हो रही है. इस समय यूं तो कई बड़ी कंपनियां छंटनी कर रही हैं तो वहीं कोल इंडिया ने (Coal India) इस ट्रेंड से बिल्कुल उलट चल पड़ी है. कोल इंडिया की योजना 9000 लोगों को नौकरी देने की है. इसमें से करीब 4000 लोगों की नियुक्ति एग्जिक्यूटिव लेवल पर होगी. कंपनी के एक अधिकारी ने बताया कि कोल इंडिया के 400 एग्जिक्यूटिव में से 900 की नियुक्ति जूनियर कैटेगरी में विज्ञापन और इंटरव्यू के जरिए होगी. बाकी के 400 लोगों की नियुक्ति कैंपस सेलेक्शन के जरिए होगी. 100 एग्जिक्यूटिव्स की नियुक्ति मेडिकल स्टाफ के तौर पर होगी.
400 नॉन टेक्निकल पोस्ट्स पर हायरिंग
अधिकारी ने बताया कि कंपनी ने पहले ही 400 एग्जिक्यूटिव की हायरिंग कर ली है जिनमें ज्यादातर डॉक्टर हैं. 75 और नियुक्तियां भी हो गई हैं और जल्दी ही वे ज्वाइन करेंगे. बाकी 2200 लोगों की नियुक्ति कंपनी परीक्षा के जरिए करेगी. कंपनी की सब्सिडियरी कंपनियां 5000 वर्कर्स और टेक्निकल कामगारों की नियुक्ति करेंगी. 2300 नौकरियां उन लोगों को दी जाएंगी जिनकी जमीन का अधिग्रहण कंपनी ने अपनी परियोजनाओं के लिए किया था. 2350 नौकरियां उन परिवार के सदस्यों को दी जाएगी जिनकी मौत ड्यूटी पर हो गई थी. इसके साथ ही 400 नॉन टेक्निकल पोस्ट्स पर भी हायरिंग होगी.
वर्कर्स और टेक्निकल एंप्लॉयीज की हायरिंग
किसी सरकारी कंपनी की तरफ से की जाने वाली पिछले एक दशक की यह सबसे बड़ी हायरिंग है. एग्जिक्यूटिव लेवल की हायरिंग कोल इंडिया करेगी जबकि वर्कर्स और टेक्निकल एंप्लॉयीज की हायरिंग कोल इंडिया की सब्सिडियरी कंपनियां करेंगी. ईटी के मुताबिक, कोल इंडिया के एक एग्जिक्यूटिव ने कहा कि कोल इंडिया अपने सभी खाली पदों को भरने के लिए हायरिंग कर रही है. यह पिछले एक दशक की सबसे बड़ी हायरिंग है. पिछले साल कंपनी ने 1200 लोगों की नियुक्ति की थी.
कोल इंडिया दुनिया की सबसे बड़ी कोयला उत्पादक कंपनी है. इंडियन रेलवे के बाद सबसे ज्यादा एंप्लॉयी कोल इंडिया के साथ काम कर रहे हैं. कोल इंडिया में करीब 2,80,000 कर्मचारी हैं. इनमें से 18,000 एग्जिक्यूटिव लेवल पर हैं.
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