झारखंड के गुमला जिले में एक आदिवासी महिला ने उसके पति और देवर को मारने की नीयत से घर में घुसे नक्सली कमांडर बसंत गोप को हंसिए से मार डाला। नक्सलियों के पास एके—47 थी पर विनीता फिर भी उनसे नहीं डरी
अक्सर कहा जाता है कि जब कोई औरत दुर्गा का रूप धारण कर लेती है तो वह बड़े से बड़े अत्याचारी का विनाश कर देती है। झारखंड के गुमला जिले में बुधवार को ऐसा हुआ। परिवार के रक्षा के लिए रणचंडी का रूप धारण कर बहादुर आदिवासी महिला विनीता उरांव ने हिम्मत के साथ नक्सलियों का सामना किया और पूरे परिवार को बचा लिया। हंसिए के वार से विनीता ने पीएलएफआई के नक्सली कमांडर बसंत गोप भी ढेर कर दिया।
घटना 5 मई की रात की है। जानकारी के अनुसार झारखंड के गुमला जिले के ब्रिंदानायक टोली में विनीता के परिवार पर हथियारबंद नक्सलियों ने धावा बोला। नक्सली उसके पति और देवर की हत्या की नीयत से वहां आए थे। इससे पहले वे उसके ससुर की हत्या कर चुके हैं।
नक्सलियों ने कई राउंड गोलियां चलाई और विनीता के पति भीम और उसके भाई पीयूष को बाहर निकलने को कहा। बाहर न निकलने पर नक्सलियों ने पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी दी। भीम और पीयूष दोनों बचने के लिए पिछले दरवाजे से निकल भागे।
विनीता ने हिम्मत जुटाई और हिम्मत जुटाई और टांगी (हंसिया की तरह का हथियार) लेकर अकेले ही नक्सलियों भीड़ गई। नक्सली फायरिंग करते हुए दरवाजा तोड़कर घर में घुस आए थे। विनीता ने बहादुरी दिखाते हुए पहले टांगी से नक्सली कमांडर बसंत गोप पर कई वार किए। कमांडर को घायल देखकर बाकी के नक्सली घबरा गए। नक्सली अपने कमांडर को लेकर भागने लगे, लेकिन रास्ते में उसकी मौत हो गई।
बता दें कि विनीता के ससुर शनिचर उरांव की हत्या इन्हीं पीएलएफआई के उग्रवादियों ने दो वर्ष पूर्व कर दी थी। नक्सलियों ने उनसे पचास हजार की लेवी मांगी थी। उनकी हत्या के बाद पूरा परिवार रांची पलायन कर गया था और वह रहकर मज़दूरी का काम करता था। लॉकडाउन के कारण परिवार अपने गांव लौट आया था। विनीता के घर पर अभी तक नक्सली छः बार हमला कर चुके हैं।
विनीता के हाथों मारे गए पीएलएफआई के एरिया कमांडर बसंत गोप का इलाके में काफी दबदबा था। उस पर हत्या व लेवी वसूली की कई घटनाओं को अंजाम देने का आरोप हैं। गोप के ख़िलाफ गुमला जिले के कई थाना क्षेत्रों में एक दर्जन से अधिक हत्या, लूट, रंगदारी,आर्म्स एक्ट आदि मामले दर्ज हैं। हाल के दिनों में बांसडीह जंगल के समीप सड़क निर्माण कार्य मे लगे पोकलेन वाहनों को जलाने व करमडीपा निवासी एक रिटायर फौजी की पत्नी से 50 लाख रुपए की लेवी (रंगदारी) मांगने आदि घटना में शामिल रहा है। विनीता की बहादुरी से गांव के लोग खुश हैं। उनकी मांग है कि सरकार और प्रशासन विनीता को सम्मानित करे और पूरे परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करे।
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